बालोद-जिले के एक मात्र दंतेश्वरी मैया शक्कर कारखाना में कर्मचारियों को बोनस देने सहित कारखाना प्रबंधन के खिलाफ 5 सूत्रीय मांगों को लेकर शनिवार को कर्मचारी युनियन कलेक्ट्रोरेट पहुचकर कलेक्टर के नाम आवक जावक में ज्ञापन सौपा।कर्मचारी यूनियन बालोद के महासचिव देवेंद्र सिन्हा ने कहा कि करकामाट (बालोद) हमेशा से प्रबंधन के साथ आपसी सामजस्य बनाकर कार्य करने की बात कहती है, किन्तु कारखाना प्रबंधन हमेशा से ही कर्मचारियों के साथ अपना हठ धर्मिता को उजागर करते हुए विभिन्न बिन्दु पर आज तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गया है। इससे स्पष्ट होती है कि इसकी मंशा क्षेत्र के एकलौता शक्कर कारखाना, क्षेत्र के गन्ना कृषक भाईयों व कर्मचारियों को नुकशान व बाधा पहुंचाने का उददेश्य के चलते गुमराह करते आ रहे हैं। अगर कारखाना प्रबंधन का ऐसी रवैयाा रहा तो भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ सकता हैं।
5 सूत्रीय मांगे
1. चारो कारखाना का एकरूपता कह कर दंतेश्वरी मैया शक्कर कारखाना कर्मचारियों को ठगी का शिकार बनाये जा रहा है।
2. यहां कर्मचारियों का सर्विस बुक, पेय स्लीप, लीव कार्ड आज तक नहीं बनाया गया है।
3. पिछले कुछ समय से कई बार त्रिपक्षीय वार्ता उपरान्त भी प्रबंधन द्वारा समनवय समिति का गठन कर बैठक करके छोटी मोटी समस्याओं का समाधान कर पाने के दिशा में भी उदासीन रवैया रहा है।
4. पिछले कई बैठकों में कर्मचारियों को दिये जाने वाले बोनस की राशि पर चर्चा उपरान्त यह तय हुआ है कि बोनस राशि बोनस अधिनियम के तहत दिया जाएगा जो कि घाटे की स्थिति में भी 8.33 दिया जाना सुनिश्चित है जिस पर भी प्रबंधन का रवैया अब तक संदेहास्मक बना हुआ है जिससे वर्तमान स्थिति में कर्मचारियों को आक्रोशित करने वाला कदम है।
5. विगत कई बैठकों में कारखाने में हो रहे भ्रस्टाचार के मुद्दों पर पत्राचार व चर्चाय हुई पर प्रबंधन द्वारा अब तक किसी भी मुद्दे पर स्पष्ट निर्णय नहीं दे पाना भ्रस्टाचार को बढावा देना व भ्रस्टाचारियों को संरक्षण देने की दिशा में
कदम प्रतीत होता है। कर्मचारी यूनियन द्वारा सौपे गए आवेदन को देवेन्द्र कुमार सिन्हा महासचिव, दीनदयाल सिनहा उपाध्यक्ष रमेश साहू उपाध्यक्ष, कोमल सिन्हा कोषाध्यक्ष, तारण लाल सिन्हा सचिव, मनोज पाठक, प्रयाग वर्मा, दिनेश साहू देवघर साहू, निर्भय नायक, धनुष ठाकुर, संजय साहू, भुवनेश्वर साहू, रंजीत मेश्राम, विनोद, कार्तिक आचले, गंगेश पाण्डेय, दिनेश यादव, राम प्रसाद कोमारे बिरबल मंडावी, प्रीत साहू, शंकर कश्यप, राजेन्द्र पाल, राजेन्द्र साव, महेश्वर गंजीर, महेश मंडावी, उमेश साहू, नरेन्द्र कोराम, संतोष सिन्हा, प्रकाश साहू, संजय सिंह, मनीश नागवंशी सहित सभी कर्मचारियों ने समर्थन किया है।