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नए सत्र का धान खरीदी कुछ माह में हो जाएगा प्रारंभ.. लेकिन पिछले सत्र का धान अब तक नही हुआ उठाव..समिति की परेशानियों को दूर करने राज्यपाल के नाम सौपा ज्ञापन

बालोद- छत्तीसगढ़ खरीफ 2020- 21 में सोसायटियों के माध्यम से की गई धान खरीदी के उठाव पश्चात आई कमी की क्षतिपूर्ति को दूर करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर भाजपा किसान मोर्चा ने बुधवार को राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम ज्ञापन कलेक्टर को सौपा है।

शासन की गलत नीति के चलते उपार्जन केंद्रों में सड़ रहा है धान

पवन साहू प्रदेश मंत्री किसान मोर्चा ने बताया की विगत वर्षों की भांति गत खरीफ वर्ष 2020 -21 में भी शासन के निर्देशानुसार प्रदेश की समस्त सोसायटियों के 2311उपार्जन केंद्रों से धान खरीदी की गई थी।किंतु शासन की गलत नीति के चलते आज तक उपार्जन केन्द्रों में धान सड़ते हुए पड़ा हुआ है। प्राकृतिक रूप से धान में सुखत के कारण आई कमी व वर्षा से सड़ने के कारण जो कमी आई है उसका प्रावधान किया जाकर सोसायटियों को क्षतिपूर्ति की राशि मुहैया कराई जाए।

धान शार्टेज की जिम्मेदारी शासन को लेनी चाहिए

कृष्ण कांत पवार जिलाध्यक्ष भाजपा ने कहा कि ज्ञात है कि शासन की धान खरीदी नीति के अनुसार उपार्जन केंद्रों में यदि धान की आवक बफर लिमिट से ज्यादा आती है तो उसे 72घंटे में उठाए जाने की अनिवार्यता है। और सम्पूर्ण धान को 31मार्च तक आवश्यक रूप से उठाए जाने का खरीदी नीति में स्पष्ट उल्लेख है।किंतु उक्त नीति का पालन नहीं होने के कारण ही धान में भारी शार्टेज आ रहा है जिसकी जिम्मेदारी शासन को लेनी चाहिए।

मार्च अप्रैल 2021 में उपार्जन केंद्रों में धान का नही हुआ उठाव

तोमन साहू ने बताया कि माह मार्च और अप्रैल 2021 में उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव नहीं किया गया । उक्त अवधि में धान उठाव हेतु ना तो राइस मिलरों को डिलीवरी ऑर्डर दिया गया ना ही ट्रांसपोर्टरों को परिवहन आदेश दिया गया। जबकि राइस मिलें एवम् संग्रहण केंद्र पूरे खाली पड़े रहे ।जिसके कारण आज तक धान का उठाव ना तो उपार्जन केंद्रों से हुआ है ना ही संग्रहण केंद्र से हो पाया है। इसकी सूक्ष्मता से जांच किया जाना अति आवश्यक है।

प्रमुख मागे

सोसायटियों में कई महीनों तक पड़े रहे धान के रख रखाव में आए अतिरिक्त खर्च का भी प्रावधान किया जाना चाहिए

धान खरीदी किए जाने के एवज में समितियों को दी जाने वाली कमीशन की पूरी राशि मुहैया कराई जाए। धान में आई कमी की भरपाई सोसायटियों को दिए जाने वाले कमीशन की राशि से नहीं काटी जानी चाहिए।

समितियों को प्रोत्साहन राशि अति शीघ्र मुहैया कराया जावे

खरीफ वर्ष 2020 _ 21 में धान खरीदी के समय किसानों द्वारा दिए गए बारदाने की आधी अधूरी राशि अभी तक मिली है ।शेष राशि का भुगतान अति शीघ्र कराया जावे।

खरीफ वर्ष 2019-20 व 2020 -21 में धान खरीदी के लिए सोसायटीयों /शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से लिए गए बारदानों की राशि का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। उसे शीघ्र दिलवाया जावे।

इस वर्ष धान खरीदी1 नवंबर से आवश्यक रूप से प्रारंभ किया जाए।

कांग्रेस के वायदे के अनुसार विगत दो वर्षों के लंबित धान के बोनस का भुगतान तत्काल किया जाए।

पुनर्गठन पश्चात अस्तित्व में आई नवीन सोसाइटियों तथा अन्य समितियों में कार्यरत कर्मचारियों को कई महीनों से वेतन अप्राप्त है जिसे तत्काल भुगतान किया जाना चाहिए।

सोसाइटियों के माध्यम से किसानों को रासायनिक खाद खरीदते समय गुणवत्ता विहीन बर्मी कम्पोष्ट खरीदने की बाध्यता समाप्त किया जावे।

छत्तीसगढ़ शासन /मंत्रिपरिषद द्वारा विगत वर्षों में लिए गए निर्णय अनुसार मार्कफेड के धान संग्रहण केंद्रों में सूखत /शॉर्टेज के मापदण्ड तय करने हेतु इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से अध्ययन कराने के पश्चात उनकी अनुशंसा के आधार पर सोसाइटियों में भी धान भंडारण अवधि के अनुसार सूखत मान्य किए जाने का निर्णय लिया गया था तदनुसार कृपया सोसायटियों में भी सुखत /शॉर्टेज मान्य किया जावे।अन्यथा केन्द्रीय भण्डार गृह निगम(CWC) द्वारा निर्धारित मापदंडों का पालन सुनिश्चित किया जावे।

उपरोक्त कारणों से सहकारी समितियों की आर्थिक स्थिति दिनों दिन कमजोर होती जा रही है । जिसके कारण किसानों को सोसाइटियों से मिलने वाले लाभांश से वंचित होना पड़ रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार को उक्त मांगे तत्काल स्वीकृत करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश देने की मांग की है। ज्ञापन सौपने के दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष भाजपा कृष्णकांत पवार ,प्रदेश मंत्री किसान मोर्चा पवन साहू , जिला अध्यक्ष किसान मोर्चा तोमन साहू ,जिला संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ खेदु राम साहू, जिला महामंत्री किसान मोर्चा मनोहर सिन्हा, जिला पंचायत सदस्य कृतिका साहू,श्रीमती खिलेश्वरी साहू, ग्रामीण मण्डल महामंत्री श्री दानेश्वर मिश्रा,बिरेन्द्र साहू,दुर्जन साहू ,गणेश राम साव ,शशिकांत साहू, गणेश साहू, नकुल, भूवाल, कल्याण सोनवानी, रामस्वरूप यादव , छ्गंन साहू, संजय हिरवानी ,संजय साहू ,कुलदीप यादव, पार्थ साहू ,योगेंद्र साहू, छगन देशमुख, जयंत साहू, सतानन्द साहू ,हरीशचंद्र सारथी मनभावन खुरश्याम, आदित्य राजपूत, धर्मेंद्र साहू ,विनोद साहू, आदि किसान मोर्चा एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।

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