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बालोद- जिले में लगातार तेज रफ्तार वाहनों पर चालानी कार्रवाई और ट्रैफिक जागरुकता अभियान के बाद भी सड़क दुर्घटनाएं कम नहीं हो रही है। बीते 12 माह में ही 429 सड़क दुर्घटनाओं में 216 लोगों ने जान गंवाई और 434 लोग घायल हुए थे। पिछले वर्ष 165 लोगों की मौत हुई थी। जिले में 2020 में 335 सड़क दुर्घटना हुआ था जिसमे 124 लोगो की मौतें हुई और 348 लोग धायल हुए थे।2021 में 12 माह में 339 सड़क दुर्धटनाए हुई जिसमें 153 लोगो की मौते हुई और 323 लोग धायल हुए थे।2022 में 174 और 2023 में165 लोगों की मौतें हुईं है।जिले की सड़कों पर लगातार दुर्घटनाएं
घटनाओं के बाद भी लोग नहीं चेत रहे
इतनी घटनाओं के बाद भी लोग नहीं चेत रहे हैं। जिला पुलिस विभाग व यातायात विभाग द्वारा वर्ष में एक बार लोगों को जागरूक करने के लिए यातायात के नियम की जानकारी देने सड़क सुरक्षा माह का आयोजन किया जा रहा हैं।सड़क माह के दौरान लोगो को नशे की हालत एवं तेज रफ्तार से वाहन न चलाने सहित और भी नियमों की जानकारी दिया जाता हैं। आखिरकार इन नियमों का पालन वाहन चालकों को ही करना है, लेकिन उनकी लापरवाही के कारण ही उन्हें बड़ा नुकसान हो रहा है। इसी वजह से 12 महीने में 429 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिसमें 216 लोगों की मौत हो गई और 434 लोग घायल हो चुके हैं।
12 माह में 429 हादसों में 216 लोगों ने गंवाई जान और 434 हुए घायल
आंकड़ों के मुताबिक अधिकतर सड़क दुर्घटनाएं शराब के नशे में हुई है जिनके कारण मौत भी हुई है। लगातार सड़क दुर्घटनाओं के बाद भी वाहन चालक नहीं चेत रहे हैं। लापरवाहीपूर्वक गाड़ी चलाने के कारण अपने परिवार से हमेशा के लिए दूर हो जाते हैं। जनवरी से लेकर 31 दिसंबर माह तक ही 429 हादसे हुए। इसमें 216 की मौत हो गई और 434 लोग घायल हो गए। हादसों की एक वजह अंधा मोड़ में सावधानी नहीं बरतना भी सामने आया है।
ज्यादा मौत बिना हेलमेट और नशे में वाहन चलाने से
यातायात विभाग के मुताबिक अधिकतर सड़क दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा मौत शराब के नशे में और बिना हेलमेट वाहन चलाने से सिर में गंभीर चोट लगने से होती है। पुलिस जागरूकता अभियान में वाहन चालकों को हेलमेट का उपयोग करने एवं वाहन सामान्य गति से चलाने व शराब के नशे में वाहन नहीं चलाने की समझाइश देती है। इसके बाद भी वाहन चालक मनमानी व लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हैं।
बालोद जिले में चर्चित सड़क दुर्घटनाएं
ट्रक अनियंत्रित होकर कार पर पलटा, तीन की हो गई मौत
10 मार्च को मरकाटोला घाट में तेज रतार सीमेंट पोल से भरा ट्रक कार पर पलट गया। कार में सवार तीन लोगों की मौत हो गई। तीनों युवक दिल्ली से बस्तर घूमने आए थे। वापसी के दौरान घटना घट गई।
वीर मेला जा रहे दो युवक की मौत
9 दिसंबर को मरकाटोला घाट के पास बस और मोटरसाइकिल में टक्कर हो गई। इसमें दो युवक की मौत हो गई। दोनों युवक एक ही मोटर साइकिल में सवार होकर वीर मेला देखने जा रहे थे।
बस पलटने से 4 लोग घायल हुए
10 दिसंबर को बालोदगहन के पास यात्री बस अनियंत्रित होकर पलट गई थी, जिससे बस में सवार 30 लोगों में 4 लोग घायल हो गए थे।
बस गिरने से 12 यात्री हो गए थे घायल
4 नवंबर 2024 को जिले के डौंडीलोहारा नगर में यात्रियों से भरी बस पलट गई है। लोहे की रेलिंग से टकराते हुए बस 5 फीट नीचे गिर गई। इस हादसे के समय बस में 35 से अधिक यात्री सवार थे। सभी यात्रियों को चोटें आई हैं। 12 यात्री गंभीर रूप से घायल होगए थे।
8 लोगों की मौत
16 दिसंबर को डौंडी के चोरहापड़ाव के पास ट्रक व कार में भीषण दुर्घटना में प्रदेश व जिले में सबसे बड़ी है। इसमें कुल 8 लोगों की मौत हो गई थी। गुंडरदेही के गुरेदा से नामकरण (छट्ठी) कार्यक्रम में डौंडी गए थे। डौंडी से घर आते समय यह दुर्घटना हो गई। इस घटना ने जिले सहित प्रदेश को झकझोर कर रख दिया। आज भी पीड़ित परिवार इस घटना को भूले नहीं है।