बलरामपुर।बलरामपुर जिले में कोतवाली थाना क्षेत्र में एक युवक की आत्महत्या के मामले के बाद जिले में बवाल मच गया और गुस्साये लोगों नें बिति रात थाने में जमकर तोड फोड कर दी वहीं युवक का शव जिला चिकित्सालय से ले जाते समय ग्रामीणों और पुलिस के बीच तनाव भी पैदा हो गया था।वहीं आज आक्रोशित लोगों और पुलिस के बीच जमकर पत्थरबाजी देखने को मिली जहां पुलिस आम लोगों से बचने भागते नजर आये।
बलरामपुर जिले में इस घटना के बाद आज महिलाओं ने महिला पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की, और एडिशनल एसपी व महिला आरक्षकों पर पत्थरों से हमला भी दिया इधर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी बल तैनात किया है लेकिन ग्रामीणों में नाराजगी बरकरार है। इन्ही सब के बीच मृतक के पिता का भी बयान आया है जिसमे इन्होनें पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये हैं
इधर गांव वालों का आरोप है कि पुलिस शव को जबरदस्ती लेकर जा रही है, जिससे उनकी नाराजगी और बढ़ गई। अस्पताल चौक पर ग्रामीणों और पुलिस के बीच नोकझोंक जारी है। पुलिस अधिकारी स्थिति को संभालने के प्रयास में लगातार समझाइश दे रहे हैं ताकि माहौल शांतिपूर्ण हो सके। इन्ही सब के बीच बंगाली समाज के पदाधिकारीयों ने भी शव को लेने से मना किया है और पीएम रिपोर्ट के बाद ही शव को लेने की बात की जा रही है।
बलरामपुर जिले में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत ने जिले को तनावपूर्ण स्थिति में ला दिया है। एनएचएम स्वास्थ्य कर्मी की मौत के बाद जिले का मुख्यालय छावनी में तब्दील हो गया। घटना के बाद, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, एसपी और कलेक्टर बंगले सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर बैरिकेडिंग लगाकर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं हालात को देखते हुए प्रदेश के कृषि मंत्री रामविचार नेताम नें शांति की अपील की है।
इस घटना के बाद सरगुजा के आईजी अंकित गर्ग भी हालात का जायजा लेने बलरामपुर पहुंचे हुए थे वहीं घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने बलरामपुर कोतवाली के थाना प्रभारी प्रमोद रुसिया और आरक्षक अजय यादव को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। और बलरामपुर जिला मुख्यालय के थाना में हुए संदिग्ध मौत मामले में शुक्रवार की सुबह से ही पूरा क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील है।