बालोद। कांकेर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग ने जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर को हराया है। तमाम रोमांच और विवाद के बीच भोजराज नाग विजयी घोषित किये गये। बेहद नजदीकी मुकाबले में कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर को 1 हजार 884 मतों से शिकस्त दी। लगातार दूसरी बार बीरेश ठाकुर को हार का सामना करना पड़ा है। भोजराम नाग को कुल 5 लाख 97 हजार 624 वोट मिले हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर को 5 लाख 95 हजार 740 वोट मिले हैं। इस तरह जीत का अंतर 1 हजार 884 रहा। नाग के कुल वोट का प्रतिशत 47.23 और बीरेश का 47.08 प्रतिशत रहा।
अंतिम राउंड तक हार- जीत के परिणाम के लिए करना पड़ा इंतजार
लोकसभा चुनाव का परिणाम अंतिम दौर तक काफी रोमांचक बना रहा है। शुरूआत में भाजपा ने अच्छी बढ़त बना ली थी, वहीं भाजपा प्रत्याशी की बढ़त धीरे-धीरे कम होती गई। इस बीच अलग-अलग राउंड के परिणाम में काफी उलटफेर होता रहा है। जिससे हार-जीत को लेकर अनिश्चितता बनी रही है। इस तरह अंतिम राउंड तक हार- जीत के परिणाम के लिए इंतजार करना पड़ा। कांकेर लोकसभा में मगलवार को सुबह 8 बजे से मतगणना आरंभ हुई। मतगणना के शुरूआती दौर में रूझान भाजपा के पक्ष में आ रहा था, वहीं कुछ विधानसभा क्षेत्र का परिणाम कांग्रेस के पक्ष में एक तरफा आने से भोजराज नाग को मिले बढ़त बेहद कम होता गया और 33 हजार मतों से आगे चल रहे भाजपा प्रत्याशी की बढ़त का अंतर एक समय एक हजार में आ गया था। जिससे समर्थक गणना केंद्र से निकलने भी लग गए। परिणाम को लेकर काफी समय तक अनिश्चितता की स्थिति बनी रही है। 33 हजार मतों से आगे चल रहे भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग अंतिम तीसरे दौर के परिणाम आने के पहले केवल एक हजार के अंतर की बढ़त में आ गए थे।
कांकेर लोकसभा के चुनाव मैदान में रहे नौ प्रत्याशी
2024 के इस चुनाव में कांकेर लोकसभा क्षेत्र में कुल नौ प्रत्याशी चुनाव मैदान में रहे है। जिसमें प्रमुख रूप से भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग और कांग्रेस के बिरेश ठाकुर के बीच ही सीधा मुकाबला रहा है। इसके अलावा तिलक राम मरकाम बहुजन पार्टी को 11770 और रजिस्ट्रीकृत राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों में से जीवन लाल मातलाम सर्वोदय दल को 8949, थाकेश माहला भारतीय शक्ति चेतना पार्टी को 4222, भोजराम मण्डावी, विनोद नागवंशी हमर राज पार्टी को 5009, सुकचंद नेताम गोंड़वाना गणतंत्र पार्टी को 8723 और सोनसिंह राश्ट्रीय जनसभा पार्टी को 11362 मत तथा नोटा को 18669 मत प्राप्त हुए।
कांग्रेस ने पूर्व चुनाव में हारे बीरेश ठाकुर पर एक बार फिर से जताया था भरोसा
कांग्रेस ने पूर्व चुनाव में हारे बीरेश ठाकुर पर एक बार फिर भरोसा जताया था। उन्होंने अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत छात्र नेता के रूप में की थी। उनके दादा और पिता विधायक रहे हैं। ठाकुर 1989 से कांग्रेस के सक्रिय सदस्य हैं। 1995, 2000 और 2010 में जनपद सदस्य निर्वाचित हुए। इसके बाद जनपद अध्यक्ष बने। बीरेश ठाकुर का राजनीतिक कद बढ़ते गया और जिला पंचायत के सभापति बने। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बने। कांग्रेस ने साल 2019 को इसी सीट पर चुनाव लड़ाया था। लेकिन भाजपा प्रत्याशी मोहन मंडावी से छह हजार वोटों से हारे थे।
भोजराज नाग की राजनीति सफर
कांकेर के अंतागढ़ थाना क्षेत्र से आने वाले भोजराज नाग 2014 में हुए अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा से जीत हासिल कर विधायक बने थे। वे अनुसूचित जनजाति सुरक्षा मंच के संयोजक हैं। पूर्व विधायक भोजराज नाग ने अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत साल 1992 में की थी। सबसे पहले अपने गांव हिमोड़ा के सरपंच बने। साल 2000 से 2005 तक जनपद पंचायत अंतागढ़ के अध्यक्ष रहे। 2009 से 2014 तक जिला पंचायत सदस्य भी रहे। वर्तमान समय में भोजराज भाजपा अंतागढ़ के मंडल अध्यक्ष हैं।
किसान और सरपंच का चुनाव जीतकर राजनीति में शुरुआत किया भोजराज नाग
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने छत्तीसगढ़ के बस्तर के दोनों लोकसभा सीटों में हिंदुत्व के छवि वाले नेताओं पर अपना दाव खेला है। बस्तर लोकसभा सीट से महेश कश्यप और कांकेर लोकसभा सीट से भोजराज नाग को सांसद प्रत्याशी बनाया गया है। कांकेर लोकसभा सीट से प्रत्याशी भोजराज नाग अंतागढ़ के पूर्व विधायक रह चुके हैं और बस्तर में धर्मांतरण के विरोध में निकली गयी विशाल रैली और आंदोलन के मुख्य नेतृत्वकर्ता भी रह चुके हैं। पेशे से किसान और सरपंच का चुनाव जीतकर राजनीति में शुरुआत करने वाले भोजराज नाग को भाजपा ने टिकट दिया है। इससे पहले कांकेर लोकसभा सीट से भाजपा से ही सांसद मोहन मंडावी थे, लेकिन इस बार के चुनाव में भाजपा ने उनका टिकट काटते हुए भोजराज नाग को मौका दिया है।
26 साल से भाजपा का गढ़
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट को वजूद 1967 में मिला। इसे भाजपा का गढ़ माना जाता है। 1998 से यह सीट भाजपा के पास है। 1998 से 2009 तक सोहन पोटाई लगातार सांसद रहे। 2014 में भाजपा के विक्रम उसेंडी ने यहां से शानदार जीत दर्ज की। वहीं, 2019 में कांकेर से मोहन मंडावी सांसद बने। 2024 में भाजपा ने नया चेहरे पर भरोसा जताया है।
जानें इस चुनाव में विधानसभावार वोट प्रतिशत
अंतागढ़ – 74.99 प्रतिशत
भानुप्रतापपुर – 76.18 प्रतिशत
डौंडीलोहारा – 74.93 प्रतिशत
गुंडरदेही – 74.40 प्रतिशत
कांकेर – 76.95 प्रतिशत
केशकाल – 77.11 प्रतिशत
संजारी बालोद – 75.88 प्रतिशत
सिहावा – 79.93 प्रतिशत
बालोद जिले सहित लोकसभा के नेताओ ने दी बधाई
लोकसभा सभा चुनाव में मुकाबला बेहद करीबी रहने के चलते रात तक सन्नाटा पसरा रहा खासकर बालोद में हुए तीन विधानसभा के गिनती के दौरान आखिरी राउंड की गिनती तक भाजपाई के चेहरे पर मुस्कान आते जाते दिखाई दिए वही रात को जब 1884 वोटो से जीत की घोषणा हुई तो भाजपाइयों के चेहरे पर खुशी की झलक दिखी वही इस जीत पर बालोद जिले के भाजपा नेता यशवंत जैन, यज्ञदत्त शर्मा,राकेश यादव, वीरेंद्र साहू,चेमन देशमुख,सुरेश निर्मलकर सहित अन्य भाजपा नेताओ ने कांकेर पहुंचकर नवनिर्वाचित सांसद भोजराज को बधाई दिए।