बालोद / गुरुवार को प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ के आवाहन पर दो सूत्रीय मांग को लेकर जिला मितानिन संघ द्वारा पांच दिवसीय धरने का आयोजन स्थानीय बस स्टैंड में किया गया। जिला स्वास्थ्य मितानिन संघ की अध्यक्ष महेश्वरी साहू ने बताया कि मितानिन, मितानिन प्रशिक्षक, ब्लॉक समन्वयक, स्वस्थ पंचायत समन्वयक, एरिया कोऑर्डिनेटर तथा हेल्प डैक्स फैसिलेटर लकड़ी को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में जोड़ा जाए एवं क्षतिपूर्ति में 50% वृद्धि किया जाए इन दो मांगों को लेकर जिले की मितानिन पांच दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश के जिलों में मितानिन धरने पर बैठी है। प्रदेश में स्वास्थ्य मिटागिन कार्यक्रम का संचालन राज्य स्वास्थ्य संसाधन केंद्र एनजीओ चला रहा है। मितानिन संघ की प्रदेश संगठन मंत्री मीना डोंगरे ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की रीड कहे जाने वाले मितानिन को 21 वर्षों का अनुभव एवं जमीन स्तर पर कार्य करने के बावजूद मितानिन कार्यक्रम के सभी सदस्यों को बहुत ही कम प्रोत्साहन राशि एवं क्षतिपूर्ति दिया जा रहा है। मितानिन सारिका मैहर ने कहा कि 2030 विधानसभा चुनाव पूर्व मोदी की गारंटी के अंतर्गत घोषणा पत्र में मितानिन कार्यक्रम के लोगों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में जोड़कर प्रोत्साहन राशि तथा क्षतिपूर्ति में 50% वृद्धि की घोषणा की गई है। उसे पर तत्काल अमल किया जाए। गुरुवार को धरने में बालोद व डौडी ब्लॉक की 850 मितानिन, मितानिन प्रशिक्षक ब्लॉक समन्वयूर स्वस्थ पंचायत समन्वय उपस्थित थे। धरना प्रदर्शन में स्वास्थ्य मितानिन संघ की पवारा कोठारी, मीना देवदास, माधुरी साहू, ज्ञानेश्वरी शांडिल्य, रेशमा खान, आशा साहू, केशव शर्मा, शारदा देवांगन, छबि साहू, कामता साहू, निर्मल सिंनहा, लोकेश्वरी कोसमा, मिथला पटेल सहित 850 मितानिन उपस्थित थी।