बालोद-बालोद जिले में इस वर्ष आम की बंफर फसल होने की उम्मीद है।मौसम में धीरे धीरे बदलाव होने के साथ ही आम के पेड़ों में बौर आ गया है।बौर की मीठी सुगंध से आम के बगीचे महक उठे है।यदि मौसम ने साथ दिया तो इस बार आम का फसल बढ़िया होने के आसार है।फलों के राजा आम की फसल ने किसानों के चेहरों पर रौनक बिखेर दी है। इस साल वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही आम के देसी व अन्य प्रजातियों के पेड़ों में मौर आ गए हैं। पेड़ों में फल के लदान और मौर को देखकर किसान इस बार अंदाजा लगा रहा है कि फसल से मोटा मुनाफा कमाया जा सकेगा।
बसंत ऋतु के आगमन के बाद ही आम के पेड़ में मौर से पूरी तरह ढंक गए हैं। पेड़ों में नजर आ रहे बौर अच्छी पैदावार का संकेत दे रहे हैं, मार्च के अंत तक लोगों को बाजार में देशी कच्चे आम मिलना शुरू हो जाएंगे। मौसम के उतार चड़ाव के कारण इस बार आम के वृक्ष में बौर आना शुरू हो गया, चूंकि वर्तमान में मौसम उतार चढ़ाव देखा जा रहा है।पिछले साल आम का पैदावार सामान्य रहने और ऊंची कीमतों के कारण फलों के राजा का लोग भरपूर स्वाद नहीं ले पाए थे। पर इस साल मौर से लदे पेड़ों को देखकर आम की अच्छी पैदावार की उम्मीद की जा रही है।