नई दिल्ली – देश के राजधानी दिल्ली में फिर एकबार किसान आंदोलन के चलते आम लोगो की मुसीबत बढ़ने लगी है लेकिन देश के पंजाब हरियाणा व अन्य प्रदेशों से आने वाले किसान अपने हक और अधिकार के नाम पर कर रहे इस आंदोलन का असर देश के भविष्य पर भी पड़ सकता है जिसको लेकर माता पिता भी चिंतित है।
एक ओर जहां किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया में अलग अलग कमेंट देखे जा रहे है वही इस सोशल मीडिया में छिपी पोस्ट जिसमे कुछ छात्र और उनके माता पिता की पीड़ा वाली भी पोस्ट देखने को मिला लेकिन प्रोटेस्ट के इस पोस्ट के सामने आम लोगो की परेशानियों वाले पोस्ट अचानक गायब भी होने लगे ।लेकिन प्रदेशरूची के पास ऐसे ही एक पालक का पोस्ट आया जिसमे लिखा था । “10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं सहित विभिन्न कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाएं देने जा रहे बच्चों के माता-पिता के रूप में, हम तनाव में हैं और श्रमिक और किसान यूनियनों द्वारा 16 फरवरी को प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी हड़ताल/बंद के खिलाफ अपनी चिंताओं को उठाने के लिए मजबूर हैं। यद्यपि हम (अभिभावक) इन संगठनों द्वारा विरोध करने के अधिकार को स्वीकार करते हैं, हम उनसे 16 फरवरी को भारत बंद के आह्वान के स्कूल जाने वाले बच्चों पर पड़ने वाले प्रभाव पर पुनर्विचार करने की अपील करते हैं।
हमारे बच्चे इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। लेकिन अगर वे अपने परीक्षा केंद्रों तक नहीं पहुंच पाए तो उनकी मेहनत बर्बाद हो सकती है।
निश्चित ये पोस्ट उन किसानों तक पहुंचनी चाहिए जो अपने हक और अधिकार के इस लड़ाई में कुछ ऐसे समस्यायों को नजरंदाज कर चुके है और उन्हें इस समस्या की जानकारी ताकि वे अपने हक और अधिकार की लड़ाई के साथ साथ देश के इन भविष्य के साथ न्याय कर सके।