डीआरआई ने एफपीओ दिल्ली में आपरेशन ब्लैक गोल्ड के दौरान 16.67 किलो सोना और 39.73 किलो चांदी की मिश्रधातु जब्त की जिसकी कीमत 10 करोड़ रूपये आंकी गई
नई दिल्ली — देश में सोने की तस्करी के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखते हुये राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई)) के अधिकारियों ने एक खुफिया जानकारी पर आगे कार्रवाई करते हुये ‘‘करंट गुइओर मशीन’’ के रूप में घोषित ‘‘विद्युत करंट/संभावित मीटर’’ की सात खेप को पकड़ा है। यह सामान हांग कांग से नयी दिल्ली, विदेश डाकघर में पहुंचा।
जांच पड़ताल करने पर ये विद्युत मीटर कार्यरत पाये गये, इनमें वास्तविक सर्किट बोर्ड भी था।हालांकि, शुरूआती जांच में ये मीटर सामान्य से अधिक भारी लगे। इन 56 इलेक्ट्रिक मीटर के बाहरीे कवर को काले रंग से रंगा गया था। काले रंग को खुरचने पर इसमें स्टील जैसी चमकीली धातु दिखी। बहरहाल, स्पेक्ट्रोमीटर से जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि यह 30ः70 अनुपात में सोने और चांदी की मिलीजुली धातु से बना है।
मीटर का बाहरी कवर सोने और चांदी की मिश्रधातु से बना है
कुल मिलाकर सात खेप में 56 बिजली मीटर आयात किये गये। मीटर के काले आवरण में मिश्रित धातु के रूप में 16.67 किलो सोना और 39.73 किलो चांदी उपयोग की गई थी। जब्त किये गये इस सामान की कुल बाजार कीमत 10.66 करोड़ रूपये आंकी गई।
शुरूआती जांच पड़ताल में लगता है कि पूरी तरह से संगठित गिरोह सोने की तस्करी में शामिल है। उन्होंने सोने के रंग को पीले से सफेद करने के लिये सोना -चांदी मिलाकर उसकी मिलीजुली धातु तैयार की। इस प्रकार की सफेद मिश्रधातु का इस्तेमाल बिजली मीटर का कवर बनाने में किया गया और किसी भी तरह के संदेह से बचने के लिये उस पर काला रंग चढ़ा दिया गया।वही मामले पर आगे की जांच जारी है।