बालोद-साल 2024 के पहले दिन बालोद पुलिस में अपना वार्षिक रिपोर्ट पेश किया जिसमें दावा किया गया कि साल 2022 की तुलना में साल 2023 में अपराधों में कमी आई है।एसपी जितेंद यादव ने वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि वर्ष 2023 में संपूर्ण बालोद जिले के विभिन्न थानों में कुल 3225 अपराध दर्ज किए गए, पुर्व वर्षो के लंबित अपराध 197 थे इस प्रकार कुल 3422 प्रकरण थे जिसमें से 3238 प्रकरणों का निराकरण हुआ, सिर्फ 184 मामले (5%)लंबित है।
अपराध और उनका निराकरण-
अपराधों पर लगाम लगाना और अमन चैन कायम रखना बालोद पुलिस की प्राथमिकता है। जिले की लगातार बढ़ती आबादी और वाहनों की बढ़ती संख्या के बीच बालोद पुलिस अपने विभिन्न जागरूकता अभियान और कानूनी कार्यवाही से अपराध नियंत्रण स्थापित करने में सफल हुई है। वर्ष 2023 में संपूर्ण बालोद जिले के विभिन्न थानों में कुल 3225 अपराध दर्ज किए गए, पुर्व वर्षो के लंबित अपराध 197 थे इस प्रकार कुल 3422 प्रकरण थे जिसमें से 3238 प्रकरणों का निकाल हुआ, सिर्फ 184 मामले (5%)लंबित है। इस प्रकार निकाल का प्रतिषत 95% रहा है।
चोरी/नकबजनी के प्रकरणो में आयी कमी-
वर्ष 2023 में सम्पत्ति संबंधी अपराध (चोरी/नकबजनी) को सुलझााने में पुलिस को अप्रत्याशित रूप से सफलता मिली है। चोरी/नकबजनी के मामलों में भी पिछले साल की तुलना में 29% की कमी आयी है, पिछले साल कुल चोरी/नकबजनी के 222 मामले थे जो इस वर्ष घटकर 157 हैं। चोरी नकबजनी के 60 प्रकरणो में 136 आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी के सोने चांदी के जेवरात, नगदी रकम सहित कीमती जुमला 1,42,91,457 (एक करोड़ बियालिस लाख इन्कानबे हजार चार सौ संतावन) रूपये बरामद किया गया है। थाना अर्जुन्दा अंर्तगत 138/23 धारा 457.380 भादवि बाफना ज्वेलर्स से हुए 95.00 लाख रूपये की चोरी के सभी सोने चांदी के जेवरात की 100% रिकवरी कर 12 आरोपियों को जेल भेजा गया।
महिला संबंधी अपराधो में आयी कमी–
महिला संबंधी अपराधों के समयसीमा में निराकरण के निर्देश हैं, इन अपराधों की निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है। जिले में महिलाओं के प्रति बालोद पुलिस की संवेदनषीलता एवं महिला सुरक्षा के प्रतिबद्धता के कारण महिला संबंधी अपराध में कमी आई है। जिले के थानों में 2022 में दुष्कर्म (376 भादवि) के 77 मामले थे जो इस वर्ष 58 (24% कम) है। छेड़छाड़ (354 भादवि) के पिछले साल 40 प्रकरण थे जो इस वर्ष घटकर 33 (17% कम) है। स्त्री की लज्जा का अनादर करना (509 भादवि) के पिछले साल 08 प्रकरण थे जो इस वर्ष घटकर 02 (75% कम) है। 2023 में दहेज मृत्यु के एक भी प्रकरण दर्ज नही हुआ।
शरीर संबधी अपराध में भी आयी कमी
हत्या के दर्ज अपराधों में भी कमी है, वर्ष 2022 में हत्या के 16 प्रकरण दर्ज थे जो इस साल घटकर 13 मामले दर्ज किये गये हैं । इनमें कई अंधे कत्ल के मामले जैसे- थाना दल्लीराजहरा अंतर्गत कुसुमकसा शराब भट्ठी के पास मिली लाष, थाना डौण्डी अंतर्गत लिम्हाटोला मे मर्डर का मामला, आदि में साइबर सेल और पुलिस टीमों ने बड़ी सूझबूझ से आरोपियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया। हत्या के प्रयास के पिछले वर्ष 11 मामले थे जो इस साल घटकर सिर्फ 06 हैं ।
गांजा तस्करों पर हुई बड़ी कार्यवाही–
जिले में साल भर मादक पदार्थों पर अभियान चलाकर कार्यवाही किया गया वहीं इस वर्ष 2023 में 13 प्रकरणों में लगभग 430.480 कि.ग्रा. मादक पदार्थ गांजा कीमती करीबन 42 लाख कोे जप्त किया गया तथा 21 आरोपियों को जेल भेजा गया है ।
अवैध शराब के विरूद्ध वृहद अभियान–
पुलिस ने अवैध शराब पर वृहद रूप से जन जागरूकता चलाया गया, प्रत्येक गांव में ग्रामीणों को अवैध शराब की सूचनाओं देने प्रेरित किया गया जिससे 2023 में बेहद अधिक अवैध शराब की जप्ती की गई है । इस वर्ष 2865 लीटर अवैध शराब कीमती करीबन 14 लाख की जप्ती की गई है । आबकारी के प्रकरणों में भी बढोत्तरी है वर्ष 2022 में जहां 1045 प्रकरण थे वहीं इस वर्ष 2023 में 1349 प्रकरण (29%अधिक) अवैध शराब के बनाये जा चुकें है ।
प्रतिबंधक कार्यवाही में 50% की रिकार्ड बढोत्तरी–
अपराधों में कमी लाने थानों में झगड़ा, मारपीट की प्राप्त होने वाली शिकायतों पर प्रतिबंधक कार्यवाही पर पुलिस विशेष ध्यान देती है पिछले वर्ष साल कुल 2280 प्रकरण विभिन्न प्रतिबंधक धारों पर कार्यवाही की गई थी जो इस वर्ष बढ़कर 3431 की जा चुकी है जिसके फलस्वरूप गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष करीब 50% की बढ़ोतरी है।
सड़क दुर्घटना में कमी लाने जागरूकता और कार्यवाही जारी–
जिला पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए जिला प्रशासन, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं परिवहन विभाग के साथ मिलकर तमाम आवश्यक कार्यवाही की जा रही है । साथ ही जन जागरूकता एवं मोटर व्हीकल एक्ट की कार्यवाही भी समानांतर रूप से जारी है। लापरवाह वाहन चालको के विरूद्ध मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 8300 प्रकरणों में 31,67,000/- रूपये समन शुल्क व माननीय न्यायालय में 4084 प्रकरणो में समन शुल्क 11,59,060/- कुल समन शुल्क 43,26,060/- अर्थदण्ड लिया गया। मोटर व्हीकल एक्ट पर लगातार कार्रवाई से गत वर्ष की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में अल्प कमी देखने को मिला है। वर्ष 2022 में 369 सड़क दुर्घटनाओं में 174 जनहानि हुई और 322 व्यक्ति घायल हुये । वहीं इस साल 2023 मे 375 सड़क दुर्घटनाओं में 162 व्यक्तियों की मौत (पिछले साल से 12 कम) और 411 व्यक्ति घायल हुये । सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने थानों की पेट्रोलिंग, डायल 112 के रिस्पांस टाईम को बेहतर करने समय-समय पर मीटिंग लेकर पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है जिससे इस वर्ष सड़क दुर्घटना से जनहानि में कमी देखी गई है।