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*यात्री बसों के पहिए थमे…यात्री दिन भर होते रहे परेशान.. ईधर कुछ पेट्रोल पंप हुुए बंद..तो कुछ में दोपहिया वाहनों की लंबी कतारें*

बालोद-साल के पहले दिन ही बालोद जिले में हाहाकार मच गया। बताया जा रहा है कि साल की पहली सुबह ही बसों की हड़ताल कर दी गई जिसकी वजह से नए साल में ही यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नए साल में सभी यात्री घूमने के लिए जाना पसंद करते हैं। कई लोग तो घूमने भी निकल गए लेकिन बसों की हड़ताल की वजह से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। बता दें, बस ड्राइवर्स हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में ये हड़ताल की जा रही है। हालांकि आज सुबह कुछ बसें चल रही थी लेकिन उन्हें भी विरोध की वजह से रोक दिया गया। बालोद जिले में पेट्रोल और डीजल की आंशिक किल्लत हो गई है प्रदेश भर के ड्राइवर हड़ताल पर जाने वाले है जिससे की बालोद जिला मुख्यालय के पेट्रोल पंप बंद हो गए है।

नए साल के पहले दिन से पेट्रोल डीजल के लिए दौड़ भाग रहे है लोग

ट्रक ड्राइवर सहित बस ड्राइवर संघ और विभिन्न ड्राइवर संगठन द्वारा हड़ताल किया जा रहा है। जिसके चलते नए साल के पहले दिन से ही सुबह से बसों के पहिए थम गए हैं। तो वही पेट्रोल पंप में इसका असर एक दिन पहले से देखने को मिल रहा। बीती रात को कई पंपों में लंबी कतार रही। हड़ताल के चलते नया स्टॉक आया ही नहीं था। प्रशासन ने लोगों से अपील भी की है कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है। कुछ दिनों में स्थिति सामान्य भी हो जाएगी। पर चर्चा यह भी है कि हड़ताल कब तक चलेगा इसका कोई ठिकाना नहीं है। उम्मीद की जा रही कि दो- तीन दिन में स्थिति सामान्य होगी। नए साल के पहले दिन से लोग पेट्रोल डीजल के लिए दौड़ भाग करते नजर आए। तो वहीं बसों के पहिए थमने से बस के भरोसे सफर करने वाले लोगों को भटकना पड़ रहा।

बालोद बस स्टैंड से रोजाना लगभग 100 बसों का होता हैं संचालन

बालोद बस स्टैंड से रोजाना लगभग 100 बसों का संचालन होता है। शहीद वीरनारायण सिह नया बस स्टैंड बालोद में आज सुबह से ही सन्नाटा पसरा हुआ है। सभी बसें बस स्टैंड के अंदर खड़ी हुई है तो वही ड्राइवर अपने-अपने घर चले गए हैं। बस चालको का कहना है कि हम ना चाहते हुए भी हड़ताल कर रहे हैं क्योंकि जिस तरह का कानून केंद्र सरकार बना रही है वह हमारी जिंदगी को बर्बाद कर देगा। कोई भी बस चालक जान बूझकर दुर्घटना नहीं करता है, लेकिन सरकार हम पर अपना काला कानून सौंप रही है, जो की पूरी तरह से गलत है। इसी वजह से हम सभी बस चालक आज से बस नहीं चलाएंगे। बस बंद होने के कारण दूर-दूर से आए लोग अपने-अपने गंतव्य को जाने के लिए परेशान हों रहें है, तो वही नए साल में घूमने जाने वाले लोगों को भी बस ना मिलने से परेशान होना पड़ रहा है।

 

इस वजह से हुई हड़ताल

गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा आईपीसी में बदलाव किए गए हैं। जिसके तहत बस ड्राइवर्स हिट एंड रन के नए कानून लागू किया गया है। ऐसे में अगर कोई भी ड्राइवर एक्सीडेंट के बाद भाग जाता है तो उसके खलाफ 5 लाख का जुर्माना और 10 साल की सजा का प्रावधान किया है। आज सुबह से प्रदेशभर में बस संगठन ने विरोध करना शुरू कर दिया और अचानक ही हड़ताल की घोषणा कर दी। बालोद में इस आंदोलन को धार की यूनियन के आदेश के बाद आगे बढ़ाया जा रहा है।

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