बालोद- अभी पूरा भारत सावन मय है और भगवान शिव की भक्ति में खोया हुआ है।इस साल ये अतिरिक्त मास के कारण और भी खास हो रहा है। इस दौरान भक्त भोलेनाथ की को मनाने के लिए कई तरह के पूजा अनुष्ठान का आयोजन करते हैं। इसमें सबसे खास माना जाता है रुद्रअभिषेक लेकिन, कई लोग इसकी विधी की जानकारी ना होने से नहीं कर पाते। ऐसे में प्रसिद्ध कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने इसका तोड़ निकाला और सावन महीने की शिवरात्रि शनिवार की रात को करोड़ों भक्तों से एक साथ ऑनलाइन रुद्रअभिषेक कराया। सावन महीने की शिवरात्रि शनिवार को बालोद जिले में मनाई गई। इस महीने में भगवान शिव के पूजन अर्चन का विशेष महत्व होता है। शिव मंदिरों में अलग अलग तरह के अनुष्ठान किए गए घरों में ऑनलाइन महारुद्राभिषेक का आयोजन किया।
टीवी और मोबाइल के माध्यम से हुआ रुद्राभिषेक
यह आयोजन रात्रि 9 बजे शुरू हुआ जिसमें श्रद्धालुओं ने अपने घरों में धूतरा, गुलाब के फूल आदि पूजन सामग्री लेकर टीवी और मोबाइल के माध्यम से रुद्राभिषेक किया। इस धार्मिक अनुष्ठान को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह नजर आ रहा था, जहां हर कोई इस अनुष्ठान को भक्ति भाव के साथ अपने घरों में कर रहा था।शनिवार को सावन महीने की शिवरात्रि पर आयोजित हुए इस धार्मिक अनुष्ठान को करने के लिए भक्तों में खासा उत्साह देखा जा रहा था। यही कारण रहा कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा के आह्वान पर संपन्न हुए धार्मिक अनुष्ठान ने एक नया रिकॉर्ड कायम कर दिया।
भगवान शिव का रुद्राभिषेक पूजन के पश्चात आरती के साथ हुआ संपन्न
बालोद जिले में भी लोगों ने अपने घरों में रुद्राभिषेक किया, जो अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड है। इससे पहले भी पंडित मिश्रा इस तरह के धार्मिक अनुष्ठान करा चुके हैं। रुद्राभिषेक के लिए भक्तों ने सुबह से ही तैयारियां शुरू कर दी थी। जहां इस धार्मिक अनुष्ठान के लिए पूजन सामग्री लेने श्रद्धालु बाजारों में पहुंचे, तो वहीं पार्थिव शिवलिंग का निर्माण भी किया। रात्रि नौ बजे शुरू हुए रुद्राभिषेक में विधिवत रूप से भगवान शिव का पूजन-अर्चन किया गया। रुद्राभिषेक पूजन के पश्चात आरती के साथ संपन्न हुआ।