बालोद– जिले में संचालित हो रही बैंकों के एटीएम की सुरक्षा भगवान भरोसे है, क्योंकि शहर के अधिकतर एटीएम में सुरक्षा के नाम पर कोई भी गार्ड नहीं है। जबकि कुछ वर्षों पूर्व एटीएम कक्ष में तोड़फोड़ जैसे घटनाएं सामने आ चुकी हैं, इसके बाद भी जिला मुख्यालय के अधिकांश एटीएम में सुरक्षा के नाम पर कोईगार्ड तैनात नहीं है। हालांकि पूर्व में कई बार पुलिस प्रशासन ने बैंक प्रबंधन को एटीएम मशीनों में गार्ड तैनात करने और सीसीटीवी को दुरूस्त कराने की हिदायत दे रखी है। इसके बाद भी एटीएम में गार्ड की तैनाती न कर बैंक प्रबंधन एक तरफ से सीधा सुरक्षा को लेकर अनदेखी कर रहे हैं। बालोद नगर की सुरक्षा व्यवस्था में व्याप्त खामियों के चलते गुरूवार 18 मई को दिनदहाड़े गंजपारा में एक मकान से अज्ञात चोर तीन लाख रूपए की चोरी कर आसानी से नगर से फरार हो गया इसके पश्चात् भी बैंक प्रबंधक नगर में संचालित एटीएम मशीन की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं और न ही पुलिस प्रशासन ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने नगर की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने पर कोई कदम उठा रही है।
जिला मुख्यालय के एक भी एटीएम मशीन में सुरक्षा के लिए नही किया गया पुख्ता इंतजाम
बता दे कि महज चार माह में ही जिला मुख्यालय क्षेत्र अंतर्गत चोरी के 25 प्रकरण सामने आ चुके हैं तथा इसके पूर्व भी नगर में संचालित एटीएम मशीनों में तोड़फोड़ एवं चोरी के असफल प्रयास हो चुके हैं इसके पश्चात् भी बैंक प्रबंधकों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। ज्ञात ही कि वर्तमान में जिला मुख्यालय में ही शासकीय, अर्धशासकीय बैंकों के लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक एटीएम ,सीडीएम मशीन संचालित हैं जिनमें प्रतिदिन लाखों, करोड़ों रूपयों का लेनदेन होता है वहीं मशीनों में हमेशा 5 से 10 लाख रूपए तक नगदी रकम रहता है फिर भी जिला मुख्यालय के एक भी एटीएम मशीन के चौबीसों घंटे सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया है। एक ओर शातिर चोर गिरोह 40-50 हजार रूपयों के लिए बड़े बड़े ताले और शटर तोड़कर चोरी एवं लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं तो वहीं बैंक प्रबंधन लाखों रूपए से भरे एटीएम मशीन को असुरक्षित छोड़कर चोरों को खुलेआम आमंत्रण दे रहे हैं।
कुछ वर्षों पूर्व यूको बैंक के एटीएम कक्ष में तोड़फोड़ की घटना को दिया अंजाम
कुछ वर्षों पूर्व नगर के गंजपारा में ही दुर्ग-बालोद मुख्य मार्ग में संचालित यूको बैंक के एटीएम कक्ष में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया था साथ ही मशीन में रखे लाखों रूपए की चोरी का प्रयास भी किया जा चुका है। वर्तमान में जिला मुख्यालय के प्रमुख स्थानों में देर रात्रि तक असामाजिक तत्वों की गतिविधियां सामान्य बात हो गई है। अनेक स्थान पर देर रात्रि तक गांजे एवं शराब के नशे में धुत्त असामाजिक तत्व उत्पात मचाते रहते हैं। पूर्व में निरंतर 12 महीने पुलिस की रात्रि गस्त के साथ ही प्रमुख तिराहे-चौराहों पर पुलिस बल अल सुबह तक मुस्तैद रहते थे जो वर्तमान में दिखाई नहीं देते जिसके चलते जिला मुख्यालय तथा जिले के अन्य क्षेत्रों में चोरी की घटना संख्या बढ़ते क्रम पर है फिर भी सुरक्षा के समुचित उपाय नहीं किए जा रहे हैं।