बालोद। जिले में उस समय हड़कम्प मच गया जब सोशल मीडिया में एक आदेश पत्र वायरल हुआ। आदेश जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से निकला था। उक्त आदेश पत्र अनुसार छग माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर का पत्र क्रमांक/01/संदर्शिका/बीआरजी/2022-23 रायपुर दिनांक 03-01-2023 के संदर्भ में संदर्शिका बीआरजी उन्मुखीकरण प्रशिक्षण सह कार्यशाला में उपस्तिथ होने का था। उक्त प्रशिक्षण में 60 से अधिक शिक्षको को बुधवार की सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक डीईओ कार्यालय के विवेकानंद सभागार में उपस्तिथ होने का आदेश जारी किया गया है।
जारी आदेश मे बालोद, गुंडरदेही, गुरुर, डौंडीलोहारा एवं डौंडी के हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, विज्ञान और सामान्य विज्ञान विषय के 60 शिक्षको को प्रशिक्षण स्थल में उपस्तिथ होने का आदेश जारी किया गया हैं। लेकिन मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि जिला शिक्षा अधिकारी के उक्त जारी आदेश में न ही उनके हस्ताक्षर है और न ही डीएमसी के। इस वायरल आदेश से उन शिक्षको में हैरानी है जिनका नाम।प्रशिक्षण में उपस्तिथ के लिए लिखा गया है। वही इस गंभीर मामले में डीईओ साव और डीएमसी अनुराग की माने तो उजत जारी आदेश में दोनों के ही हस्ताक्षर नही है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है की अगर दोनों के हस्ताक्षर नही है तो हस्ताक्षर किसके है…? क्या यह जारी आदेश फर्जी है…? और अगर है तो ये फर्जी आदेश कौन वायरल किया है, किसके कहने पर। ये बड़ा जांच का विषय है।
क्या कहते है अधिकारी