बालोद-तीन जिलों की जीवनदायनी तांदुला जलाशय में आज की स्थिति में 30 फिट जल भराव हो गया हैं। जिसे देखने के लिए लोग अपने जान को जोखिम में डालकर जलाशय के पार पर कार और मोटरसाइकिल दौड़ा रहे है। गुरुवार को दोपहर 3 बजे जलाशय का नजारा देखने के लिए जलाशय के मेन गेट के समीप ही एक कार चालक अपने चार साथियों के साथ बेधड़क दौड़े रहे थे।जरा सी लापरवाही होने पर जलाशय के एक ओर 30 फिट पानी भरा है।वही दूसरी ओर 25 फिट खाई हैं दुर्धटना होने पर दोनों तरफ गिरने से लोगो की जान जा सकती हैं। इसके साथ लोग अपने परिवार सहित जलाशय पहुचकर लोग अपने जान जोखिम में डालकर जलाशय के तट में खड़े होकर मोबाइल से सेल्फ़ी ले रहे हैं जो कभी भी दुर्धटना धट सकती हैं । जलाशय के छलकने में अभी साढ़े आठ फिट पानी और चाहिए। लोग अपने मर्जी के अनुसार जलाशय के निकट तट पर ही जाकर मोबाइल से सेल्फ़ी ले रहे हैं और जान को जोखिम में डाल रहे हैं ।जलाशय के इस मनोरम दृश्य को देखने के लिए सुबह से ही लोगो की भारी भीड़ उमड़ रही हैं ।हर कोई इस दृश्य को अपने मोबाइल में कैद कर रहे है।
जलाशय के पार में जानजोखिम में डालकर लोग फर्राटे से दौड़ रहे कार
गुरुवार को दोपहर तीन बजे देखा गया कि जलाशय का नजारा देखने मेन गेट के समीप से जलाशय के पार से होते हुए एक चारपहिया वाहन कार तेज रफ्तार से गुजरी। इस दौरान इस पार पर पैदल राहगीरों को परेशानी हुई, क्योंकि इस छोटे से मार्ग पर चार पहिया गुजरते समय राहगीरों के लिए जगह ही नहीं बचता। ऐसा दृश्य अक्सर दिन में कई बार होता है। इससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। जरा सी लापरवाही होने पर जलाशय के पार के एक ओर जहां 38 फीट पानी भरा है, वहीं दूसरी ओर 25 फीट खाई है। दुर्घटना होने के बाद दोनों तरफ गिरने से लोगों की जान जा सकती है।लेकिन जल संसाधन विभाग द्वारा किसी भी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नही किया गया हैं।
जलाशय में सुरक्षा व्यवस्था नही हैं कोई इंतजाम
जलाशय के रपटा से छलकने में अभी साढ़े आठ फिट पानी की आवश्यकता है।लेकिन जलाशय में 30 फिट जल भराव होने से लोग इस मनोरम दृश्य को देखने के लिए लोगो की भीड़ उमड़ रही है। जिला प्रशासन जलाशय में बड़ी दुर्धटना का इंतजार कर रही हैं । वहीँ लोग लापरवाही पूर्वक तट के नजदीक मोबाइल से सेल्फ़ी लेने की होड़ सी हो गई हैं । ,तांदुला जलाशय में जलभराव को देखने के लिए सुबह से लेकर शाम तक दुपहिया वाहन चालको की आवाजाही हो रही हैं ।जलाशय के तट मार्ग में चार पहिया और दुपहिया वाहन चालको को अब तक जिला प्रशासन द्वारा कोई रोक टोक नही किया गया हैं जिसके कारण लोग बेधड़क होकर चार पहिया वाहन कार और मोटरसाइकिल को चलाते हुए आवाजाही कर रहे हैं जो कभी भी बड़ी दुर्धटना से इंकार नही किया जा सकता ।जलाशय के तट मार्ग काफी सकरा हैं जहाँ से लोग अपने परिवार सहित दुपहिया वाहनों को चलाते हुए मार्ग में आवाजाही करते हैं जो खतरनाक साबित हो सकता हैं । वाहनों चालक यदि अंबैलेंस हुए तो सीधे जलाशय के पानी में तथा 25 फिट खाई में गिरेंगे जिसके कारण बड़ी धटना घट सकती हैं ।