आज गौरा गौरी मूर्ति का होगा विसर्जन… रात भर रतजगा कर हर्षोल्लास के साथ मनाया गौरा गौरी पर्व…क्या है इस पर्व की मान्यता
बालोद-दीपावली पर बालोद शहर सहित गांवों में उत्साह का माहौल रहा। रविवार को लक्ष्मी पूजा के बाद रातभर गौरी गौरा बनाने का सिलसिला चला। सुबह से देर शाम तक गौरी-गौरा पूजा, की रस्म निभाने का सिलसिला चला। रात भर गौरी-गौरा विवाह के जश्न में आदिवासी समाज के लोग डूबे रहे। सोमवार की सुबह कलश यात्रा…