बालोद- नवीन शिक्षक संघ का प्रतिनिधि मंडल जिलाध्यक्ष वेदप्रकाश साहू के नेतृत्व में मंगलवार को राज्यपाल के नाम डिप्टी कलेक्टर सुब्रत प्रधान को ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष वेदप्रकाश साहू ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग में कार्यरत सहायक शिक्षकों ने विभागीय अनुमति से एक बार स्नातक करने के बाद अपने 12 वीं संकाय के अनुसार पुनः स्नातक की डिग्री किसी अन्य विश्वविद्यालय से स्वध्यायी या दूरस्थ शिक्षा के अंतर्गत अलग – अलग सत्र में प्राप्त किया है। जिला एवं संभाग के शिक्षा अधिकारियों के द्वारा उधा वर्ग शिक्षक के पदों पर पदोन्नति में द्वितीय स्नातक को मान्यता नहीं देने का निर्णय लिया जा रहा है। जबकि विभागीय अनुमति विभाग के अधिकारियों द्वारा ही दिया गया है। इसे सर्विस बुक में भी जोड़ा गया है।
शिक्षा विभाग दिशा-निर्देश जल्द करें जारी
जिला सचिव प्रवीण पांडेय ने बताया कि संघ के द्वारा मुख्यमंत्री, स्कूल शिक्षा मंत्री, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव शिक्षा विभाग, स्कूल शिक्षा सचिव, संचालक लोक शिक्षण संचालनालय, संयुक्त संचालक जिला शिक्षा अधिकारियों तक मांग पत्र सौंपा जा चुका है। लेकिन अब तक किसी भी प्रकार का कोई ठोस दिशा-निर्देश प्रांत स्तर पर जारी नहीं किया गया है। जिससे सहायक शिक्षकों की पदोन्नति पर असमंजस की स्थिति निर्मित हो गई है।
यूजीसी के नियमानुसार दोहरे स्नातक मान्य या अमान्य
संघ के जिला संगठन सचिव किशोर डहरे ने बताया कि संघ ने मांग किया है कि पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय एवं उधा शिक्षा विभाग को दोहरे स्नातक डिग्री जो कि स्वध्यायी एवं दूरस्थ शिक्षा के रूप में अलग-अलग विश्वविद्यालय से प्राप्त किया गया है। क्या वह यूजीसी के नियमानुसार मान्य है कि नहीं? किन परिस्थितियों में मान्य है। किन परिस्थितियों में अमान्य होगा? संघ ने राज्यपाल से निवेदन किया है कि सभी विश्वविद्यालय प्रशासन एवं उधा शिक्षा विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग लो आवश्यक दिशा-निर्देश हेतु निर्देशित कर हजारों दोहरे स्नातकधारी सहायक शिक्षकों को पदोन्नति से वंचित होने से बचाने की कृपा करें।
शिक्षा विभाग को लाभ
संघ के जिला मीडिया प्रभारी लीमेश रात्रे एवं बालोद ब्लाक अध्यक्ष लोकेश साहू ने बताया कि शिक्षा विभाग में पिछले पांच वर्षों से अधिक समय से उधा प्राथमिक शालाओं में सेटअप के अंतर्गत अन्य संकाय एवं विषय के शिक्षकों द्वारा अध्यापन कराया जा रहा है उदाहरण के लिए हिंदी, सामाजिक विज्ञान के शिक्षक गणित, अंग्रेजी, संस्कृत पढ़ा रहे है जिससे कि अध्यापन की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। दोहरे स्नातकधारी सहायक शिक्षकों को निश्शर्त पदोन्नति का लाभ देने से विषय शिक्षकों की रिक्त पदों की पूर्ति होगी। चूंकि दोहरे स्नातकधारी शिक्षक गणित, विज्ञान, अंग्रेजी एवं संस्कृत विषय के ही हैं। स्कूल शिक्षा विभाग में उधा प्राथमिक शालाओं में रिक्त पदों के अनुपात में गणित, अंग्रेजी, संस्कृत विषय के शिक्षकों की संख्या काफी कम है जो कि पदोन्नति की योग्यता रखते है। अतः संघ ने राज्यपाल से हजारों सहायक शिक्षकों की वेदना पर सहानुभुति पूर्वक विचार करते हुए उक्त मांग का शीघ्र निराकरण करने का आग्रह किया है।