दो कर्मचारी के खिलाफ थाने में दर्ज किया जाएगा एफआईआर
जिला सहकारी केन्द्रीय बैक के अध्यक्ष जवाहर वर्मा ने नोडल अधिकारी सतेंद्र वैदे को निर्देशित करते हुए दो क्लर्क अजय भेड़िया व दौलत ठाकुर के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराने को कहा है। इसके पहले निपानी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में राशि में हेराफेरी की शिकायत मिली थी। जांच की गई। प्रारंभिक जांच में दो क्लर्क के गड़बड़ी की पुष्टि हुई है। निपानी बैंक के दो क्लर्क अजय भेडिय़ा व दौलत ठाकुर को दुर्ग जिला सहकारी केंद्रीय बैंक सीईओ ने निलंबित कर दिया है।
403 किसानों के खाते से ढाई से तीन करोड़ रुपये का नही मिला हिसाब
सीईओ ने सभी खाताधारकर किसानों के खाते की जांच कड़ाई करने के निर्देश दिए हैं। मामले में जितने भी दोषी होंगे, उन सभी पर कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश जांच अधिकारी को दिए हैं। जांच के लिए विभाग ने पांच सदस्यीय टीम भी गठित की है। बैंक में पूर्व कैशियर अजय भेडिय़ा के गड़बड़ी करने की जानकारी जैसे ही मिली तो तीसरे दिन भी किसानों की भीड़ बैंक में लग गई। निपानी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक से जुड़े किसान अपनी पासबुक लेकर बैंक में आने लगे और जांच कराने लगे। किसानों की भीड़ देख बैंक में अफरा-तफरी मच गई। वहीं अभी तक 403 उपभोक्ताओं के डॉई से तीन करोड़ रुपये का हिसाब नही मिल रहा है।
अध्यक्ष जवाहर वर्मा ने उपभोक्ताओं से कहा मेरी बात को सुनो नही सुनना है तो चले जाओ
इस दौरान अध्यक्ष जवाहर वर्मा ने उपभोक्ताओं से चर्चा करते हुए कहा कि बैक की गलती हुआ है। ये आप लोगो की समस्या नही है ये हमारी समस्या है। बैक का पूरा स्टॉप को निलंबित कर दिया है।निलंबन के कार्यवाही हुआ है।आज थाने में एफआर दर्ज किया जाएगा।ये जांच प्रारंभिक जांच है।बैक का आपात काल बैठक लिया। जिसमे 58 लोगो का पहला जांच किया जाएगा।जिसमे 25 उपभोक्ताओं को शनिवार को जांच के लिए बुलाने की बाते कही।जिस पर उपभोक्ताओं ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 25-25 उपभोक्ताओं को अलग अलग जांच आखिर कब तक करोगे। हम अपना खून पशीने के कमाई का पैसा आपके बैक में जमा किए थे।जो गायब हो गया है हमारे पैसा को कब दोगे इस पर बात करो।जिस पर अध्यक्ष जवाहर वर्मा ने कहा कि शनिवार और रविवार को अवकाश होने के बाद भी मैं शनिवार को बैक आकर अलग अलग जांच की जाएगी। अध्यक्ष ने जिसके पास समय वो मेरी बात को सुने नही सुनना है तो चले जाओ कहने पर उपभोक्ताओं ने हंगामा सुरू कर दिया।
राशि गायब होने से किसान सकते में
जिन किसानों ने जिला सहकारी बैंक में राशि जमा की है। उन्होंने पासबुक की जांच कराई तो जितनी राशि रहनी थी, उतनी नहीं पाई। किसी के 20 लाख, किसी किसान के 10 लाख व किसी के 12 लाख रुपए गायब थे। वहीं जांच अधिकारी ने किसानों से कहा कि घबराए नहीं।