प्रदेश रूचि

बड़ी खबर :- NH30 में भीषण सड़क हादसा,दुर्घटना में 4 लोगो की हुई मौतदेखिए कलेक्टर साहब बालोद आरटीओ की मेहरबानी से अनफिट बसों की बढ़ी रफ्तार… इधर बालोद परिवहन संघ ने भी सांसद के पास रख दी अपनी मांगकुसुमकसा समिति प्रबंधन ने निकाला था फरमान: 50% बारदाना किसानों को लाना होगा, विरोध में जनपद सदस्य संजय बैस आए सामने, प्रबंधन ने फैसला लिया वापसस्वच्छता दीदीयो द्वारा धरना प्रदर्शन कर अंतिम दिन रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापनउप मुख्यमंत्री अरुण साव ने वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के साथ केक काटकर अपने जन्मदिन की शुरुआत की..वही बालोद जिले के भाजपा नेताओ ने भी लोरमी पहुंचकर दिए बधाई


वर्ष 2020 की तुलना में 21 में बढ़ी सड़क दुर्घनाएं…15 ऐसे ब्लैक स्पॉट जहां हर साल जाती है जाने…

बालोद- जिले में लगातार तेज रफ्तार वाहनों पर चालानी कार्रवाई और ट्रैफिक जागरुकता अभियान के बाद भी सड़क दुर्घटनाएं कम नहीं हो रही है। बीते 12 माह में ही 339 सड़क दुर्घटनाओं में 153 लोगों ने जान गंवाई और 323 लोग घायल हुए थे। पिछले वर्ष जनवरी में ही 47 सड़क हादसों में 21 लोगों की मौत व 73 लोग घायल हुए थे। जिले में 2020 में 335 सड़क दुर्घटना हुआ था जिसमे 124 लोगो की मौतें हुई और 348 लोग धायल हुए थे।2021 में 12 माह में 339 सड़क दुर्धटनाए हुई जिसमें 153 लोगो की मौते हुई और 323 लोग धायल हुए थे। जिले की सड़कों पर लगातार दुर्घटनाएं बढ़ रही है। तेज रफ्तार वाहनों के कहर से सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही है। यातायात विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई करने के बावजूद भी सड़क हादसे कम होने के बजाए लगातार बढ़ रहे हैं। इनमें से कई अपाहिज जैसी जिंदगी बिता रहे हैं। किसी के हाथ, टूटे तो किसी के पैर, रीढ़ की हड्डी टूटने से जीवन तकलीफदेह हो चुकी है। दुर्घटनाओं का बड़ा कारण नशे में वाहन चलाना माना गया है।


घटनाओं के बाद भी लोग नहीं सुधर रहे

इतनी घटनाओं के बाद भी लोग नहीं सुधर रहे हैं। जिला पुलिस विभाग व यातायात विभाग द्वारा वर्ष में एक बार लोगों को जागरूक करने के लिए यातायात के नियम की जानकारी देने सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता हैं।सड़क सप्ताह के दौरान लोगो को नशे की हालत एवं तेज रफ्तार से वाहन न चलाने सहित और भी नियमों की जानकारी दिया जाता हैं। आखिरकार इन नियमों का पालन वाहन चालकों को ही करना है, लेकिन उनकी लापरवाही के कारण ही उन्हें बड़ा नुकसान हो रहा है। इसी वजह से 2021 में जनवरी से दिसंबर तक 339 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिसमें 153 लोगों की मौत हो गई और 323 लोग घायल हो चुके हैं।

बारह माह में 339 हादसों में 153 लोगों ने गंवाई जान और 323 हुए घायल

आंकड़ों के मुताबिक अधिकतर सड़क दुर्घटनाएं शराब के नशे में हुई है जिनके कारण मौत भी हुई है। लगातार सड़क दुर्घटनाओं के बाद भी वाहन चालक नहीं चेत रहे हैं। लापरवाहीपूर्वक गाड़ी चलाने के कारण अपने परिवार से हमेशा के लिए दूर हो जाते हैं। 2021 में बारह माह में 339 हादसे हुए। इसमें 153 की मौत हो गई और 323 लोग घायल हो गए। हादसों की एक वजह अंधा मोड़ में सावधानी नहीं बरतना भी सामने आया है।

ज्यादा मौत बिना हेलमेट और नशे में वाहन चलाने से

यातायात विभाग के मुताबिक अधिकतर सड़क दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा मौत शराब के नशे में और बिना हेलमेट वाहन चलाने से सिर में गंभीर चोट लगने से होती है। पुलिस जागरूकता अभियान में वाहन चालकों को हेलमेट का उपयोग करने एवं वाहन सामान्य गति से चलाने व शराब के नशे में वाहन नहीं चलाने की समझाइश देती है। इसके बाद भी वाहन चालक मनमानी व लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हैं।


15 ऐसी जगह जहां हर साल 10 से ज्यादा लोगों की जाती हैं जान

पुलिस प्रशासन ने जिले में 16 ऐसी जगहों का चिंहित कर ब्लैक स्पॉट दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्र माना है। यहां एक ब्लैक स्पॉट की एक ही जगह पर दुर्घटना में ही हर साल लगभग 10 लोगों की मौत हुई हैं। जानकारी के मुताबिक ग्राम चिटौद, बालोदगहन, जगतरा, मुंजालगोंदी, पुरुर, राजाराव पठार, मरकाटोला, झलमला, सिवनी मोड़, गंजपारा, अरमुरकसा, कुसुमकसा, करियाटोला, भैसबोड़ मोड़, खुटेरी, पथराटोला और ग्राम जमही शामिल हैं जिन्हें ब्लैक स्पॉट घोषित किया गया है। इस क्षेत्र में संभलकर वाहन चलाना चाहिए।

2021 में जिले में सड़क दुर्घटनाओं में हुई मौत के आंकड़े

माह- दुर्घटना- मौत धायल
जनवरी – 47 – 21 – 73
फरवरी – 43 – 15 – 42
मार्च – 33 – 13 – 27
अप्रैल – 16 – 10 – 13
मई – 20 – 13 – 15
जून – 22 – 12 – 13
जुलाई – 17 – 10 – 11
अगस्त – 25 10 30
सितंबर – 25 – 9 – 24
अक्टूबर – 36 – 16 – 25
नवंबर – 30 – 13 – 32
दिसबर – 25 – 11 – 18
–——————————————
           339 – 153 – 323

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!