बालोद, जिले के स्वसहायता समूह की महिलाओं, कारीगरों, कुम्हारों आदि द्वारा निर्मित उत्पादों के बेहतर मार्केटिंग हेतु जिला प्रशासन द्वारा तैयार किये गये मंच को व्यवस्थित एवं संगठित स्वरूप प्रदान करने हेतु ‘‘बालोद बाजार’’ बहुउद्देशीय महिला सहकारी संस्था का गठन किया गया है। संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में ‘‘बालोद बाजार‘‘ के बेहतर क्रियान्वयन हेतु कल कार्यशाला आयोजित की गई। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने कहा कि जिले में स्वदेशी, स्वावलंबन, स्वरोजगार की अवधारणा के साथ ‘‘बालोद बाजार‘‘ का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका संवर्धन संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के स्वसहायता समूहों, कारीगरों व कुम्हारों के उत्पादों में एकरूपता, गुणवत्ता और विशेष पैकेजिंग का प्रबंध कर उन्हें विक्रय हेतु प्लेटफार्म प्रदान करना ‘‘बालोद बाजार‘‘ का लक्ष्य है।
कार्यशाला में बताया गया कि ‘‘बालोद बाजार’’ के माध्यम से बहुत ही कम समय में जिले की लगभग 150 महिलाओं द्वारा विभिन्न खाद्य पदार्थ, राखी एवं दीया आदि के विक्रय से बेहतर आय अर्जन किया गया है। इसके प्रारंभिक सफलता और महिलाओं के उत्साह को दृष्टिगत रखते हुए नाबार्ड के सहयोग से स्वीकृत कृषक उत्पादक संगठन के माध्यम से ‘‘बालोद बाजार‘‘ बहुउद्देशीय महिला सहकारी संस्था के गठन का निर्णय जिला प्रशासन द्वारा लिया गया। कृषक उत्पादक संगठन का मुख्य उद्देश्य ‘‘उत्पादन, एकत्रीकरण, मूल्य सवंर्धन एवं विपणन’’ के संगठित तथा एकीकृत प्रयास से उत्पादन लागत में कमी लाना, प्रोसेसिंग हेतु आवश्यक अधोसंरचना का निर्माण एवं बेहतर पैकेजिंग के माध्यम से सामग्रियों का विक्रय कर महिलाओं की आय में वृद्धि करना है। वर्तमान में सोसायटी अधिनियम के तहत सक्रिय महिलाओं को ‘‘बालोद बाजार‘‘ बहुउद्देशीय महिला सहकारी संस्था के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के रूप में चिन्हित किया गया है। ‘‘बालोद बाजार‘‘ बहुउद्देशीय महिला सहकारी संस्था का कार्यक्षेत्र बालोद जिला रहेगा। आने वाले समय में विभिन्न गतिविधियों में संलग्न महिलाओं, कुम्हारों, कारीगरो को भी इससे जोड़ा जाएगा। यह केवल महिलाओं द्वारा गठित पहला बहुउद्देशीय महिला सहकारी संस्था होगा अर्थात् इसके सदस्य महिलाएं होंगी। इसके बेहतर संचालन हेतु जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में ही कार्ययोजना तैयार कर लिया गया है, इसके तहत उत्पादों के विक्रय हेतु जिला मुख्यालय से लगे ग्राम सिवनी में ‘‘बालोद बाजार’’ रिटेल शॉप का निर्माण किया गया है। सभी ब्लॉक मुख्यालयों में भी इसके विक्रय केन्द्र स्थापित किया जा रहा है। उत्पादों का विक्रय ऑनलाइन प्लेटफार्म एवं सेल्स एजेंट के माध्यम से भी कराया जाएगा। आगामी समय में प्रशासन और महिलाओं के सक्रिय भागीदारी से संचालित होने वाला ‘‘बालोद बाजार‘‘ हजारों परिवारो के आजीविका का स्त्रोत बनेगा।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक श्री एम.बारा द्वारा ‘‘बालोद बाजार’’ बहुउद्देशीय महिला सहकारी संस्था के गठन एवं संचालन के चरणबद्ध प्रक्रिया के बारे में अवगत कराया गया। जिला कौशल विकास प्राधिकरण के सहायक संचालक श्री विकास देशमुख ने बताया कि ‘‘बालोद बाजार‘‘ के अंतर्गत वर्तमान में बेकरी उत्पाद, नमकीन, विभिन्न प्रकार के अचार, अम्बाड़ी जूस, सीताफल आइसक्रीम, मसाला, जैविक राइस, कार्यालयीन उपयोगी सामग्रियॉ फाईल पेड व कव्हर सहित कारीगरों द्वारा निर्मित उत्पादों को शामिल किया गया है। कार्यशाला में ‘‘बालोद बाजार‘‘ के बेहतर संचालन हेतु विभिन्न विभागों के अधिकारियों, उद्यमियों, व्यापारियों ने अपने सुझाव भी साझा किए। स्वसहायता समूह की महिलाओं ने अपने उत्पादों के विपणन के लिए ‘‘बालोद बाजार‘‘ के रूप में जिला प्रशासन द्वारा की गई पहल की सराहना की। कार्यशाला में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रेणुका श्रीवास्तव, डिप्टी कलेक्टर एवं जनपद पंचायत बालोद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुब्रत प्रधान सहित कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पशुधन विकास विभाग, लीड बैंक मैनेजर, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सहायक परियोजना अधिकारी आदि उपस्थित थे।