बालोद-जिले के 143 केंद्रों में धान खरीदी शुरू हुए छह दिन बीत गए है लेकिन परिवहन अब तक शुरू नही हो पाया हैं, जिले के 143 खरीदी केंद्रों में शुक्रवार शाम 5 बजे की स्थिति में 06 लाख 48 हजार 526 किवंटल की खरीदी हो चुकी हैं।खरीदी केन्द्रों में धान की बंपर आवक हो रही है। केन्द्रों में धान जाम की स्थिति बन गई है। जिले के 11 केंद्रों में बफर स्टाक पार कर गया है और वहां धान रखने के लिए जगह नहीं है। इन केंद्रों में दस हजार क्विंटल धान रखने की ही क्षमता है।
जिले के 11 केंद्रों में बफर लिमिट पार
ऐसे में इन केंद्रों में धान खरीदी करने में समस्या आ रही है। केंद्रों में धान को रखने के लिए पर्याप्त चबूतरे नहीं हैं। वहीं ड्रेनेज भी केंद्रों में लिमिट के आधार पर ही बनाया गया है। बफर लिमिट बढ़ने से अब समिति प्रभारियों की परेशानी बढ़ गई है। बालोद जिले के खरीदी केंद्र गैजी,साल्हे,कुसुमकसा,गुजरा,भड़ेरा, फागुनदाह, मीरीटोला, अरकार, साकरा क,पोड़ी,बालोद में तो क्षमता से दोगुना अधिक धान रखा हुआ है। मार्कफेड की ओर से परिवहन शुरू नहीं किया है जबकि केंद्रों में रोजाना लगभग 01 लाख क्विंटल धान की खरीदी की जा रही है।जिले के 11 खरीदी केंद्रों में बफर लिमिट से पार हो गया है। परन्तु परिवहन अभी तक शुरू नहीं हुआ है। वही डीएमओ द्वारा दिसंबर के प्रथम सप्ताह में परिवहन शुरू होने का आश्वासन दे रहे है। जिले में 122 समितियों के 143 धान खरीदी केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी हो रही है। मात्र दिन में ही 06 लाख 48 हजार 526 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। धान बेचने किसान टोकन ऐप के माध्यम से टोकन कटाया जा रहा है। सुबह जैसे ही किसान टोकन ऐप खोलते हैं, वैसे ही आधे घंटे के भीतर खरीदी लक्ष्य पूरा हो रहा है। किसानों को टोकन के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब जिस मात्रा में धान की आवक हो रही है।
छह दिनों में 06 लाख 48 हजार 526 क्विंटल धान की खरीदी
बालोद जिले के 143 केंद्रों में समर्थन मूल्य पर छठवें दिन शुक्रवार को 06 लाख 48 हजार 526 किवंटल धान खरीदी हुई।जिसकी पुष्टि जिला सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक ने की है। 06 दिनों में 143 केंद्रों के 15565 किसानों ने धान खरीदी केंद्रों में धान बेचा हैं।
टोकन नहीं मिलने से परेशान हो रहे किसान
बालोद जिला में खरीदी केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान बेचने टोकन लेने किसान परेशान है। ऑनलाइन टोकन एप रोजाना सुबह 9.30 बजे खुलता है और आधे घंटे में ही सारे समितियों के टोकन कट जाते है। इसके चलते समितियों से किसानों को मैनुअल टोकन नहीं मिल पा रहा है। किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। किसानों को पांच दिसंबर तक टोकन दिया जा चुका है।
नहीं मिल रहा ऑफलाइन टोकन
बालोद जिले के 143 धान खरीदी केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हो रही है। अभी तक 15565 किसान उपज बेच भी चुके है। किसानों को उपज बेचने के लिए आनलाइन टोकन लेना पड़ रहा है। इसके लिए टोकन तुंहर हाथ एप बनाया गया है। इसमें पांच दिसंबर तक टोकन जारी हो चुका है। अब ऑफलाइन टोकन नहीं मिल रहा है।
दिसंबर के प्रथम सप्ताह से शुरू होगा धान परिवहन
डीएमओ सौरभ कुमार भारद्वाज ने बताया कि धान खरीदी जारी है। वहीं धान परिवहन की भी तैयारी चल रही है। दिसंबर के प्रथम सप्ताह से धान परिवहन शुरू कराने की योजना है। इस विषय पर चर्चा भी हो रही है, जिसके लिए जिले के सभी चार प्रमुख धान संग्रहण केंद्रों में धान का संग्रहण किया जाएगा। इधर धान संग्रहण को देखते हुए सभी धान संग्रहण केंद्रों में साफ सफाई शुरू करा दी गई है।