बालोद – देशभर में दीवाली की त्योहार धूमधाम से मनाई जाती है तो वही देश का यह एकमात्र त्योहार है जिसमे मात्र एक सीजन में देशभर में सबसे ज्यादा व्यापार भी इसी सीजन में होता है। इस बीच दीवाली की तैयारी बालोद जिले में भी प्रारंभ हो चुकी है दीवाली को लेकर जहां बाजार सजने लगी है वही बालोद जिला मुख्यालय में दीवाली में बिकने वाली फटाखे की दुकान को लेकर अब तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है। फटाखे दुकान को लेकर हर साल दुकान को शहर से बाहर लगाने की मांग शहरवासियों द्वारा की जाती है लेकिन अंत में शहर के बीच सरदार पटेल मैदान में इस दुकान को लगाने की अनुमति मिल जाती है। वही इस बार भी फटाखा दुकान लगाने को लेकर अब तक बालोद पालिका प्रशासन और फटाखा व्यापारियों के बीच कोई निर्णय नहीं हो पाया है।
बालोद शहर का लगातार बढ़ते आबादी और शहर में बढ़ते यातायात दबाव के बीच फटाखा दुकान को शहर से बाहर लगाने बालोद नगर पालिका और बालोद पुलिस के अनुविभागीय अधिकारी द्वारा बालोद कलेक्टर को पत्र भी लिख चुके है। लेकिन दूसरी तरफ बालोद जिला मुख्यालय के सरदार पटेल मैदान बिना नगर पालिका परिषद के अनुमति के फटाखा दुकान लगाने की तैयारी भी प्रारंभ हो चुकी है ।
आपको बतादे बालोद के सरदार पटेल मैदान में हर साल करीब तकरीबन 50 फटाखा दुकानों को अस्थाई रूप से लगाया जाता है। यही नही इन फटाखा दुकानों शासन के गाइडलाइंस के अनुसार जहां हर दुकानों के बीच एक दूरी होनी चाहिए लेकिन सरदार पटेल मैदान पर लगने वाली दुकानों को एक कॉम्प्लेक्स की तरह एक दूसरे से सटाकर लगाया जाता है ऐसे में किसी भी एक दुकान यदि कोई घटना घटित होती है तो पूरा बालोद शहर पर इसका असर हो सकता है ।
यातायात का बढ़ जाता है दबाव
हर साल दीवाली के समय सरदार पटेल मैदान में फटाखा दुकान लगाने नगर के दल्ली चौक से लेकर घड़ी चौक तक यातायात दबाव बहुत ज्यादा बढ़ जाता है यही नही इस बीच सड़क के किनारे लगने वाले अन्य दुकानों से वाहनों की पार्किंग की समस्या भी बढ़ जाती है जिसके चलते ग्रामीण इलाको शहर में दीवाली सामान की खरीदी करने आने वालो के सामने वाहन पार्किंग की समस्या भी खड़ी हो जाती है। और लोग अपने वाहनों को सदर बाजार में दुकानों के सामने या सड़क किनारे खड़े कर देते है जिसके चलते पूरा सदर बाजार में कभी कभी ऐसी स्थिति निर्मित हो जाती है कि लोगो को पैदल चलने की जगह भी नहीं होती है।
एसडीओपी और नपा सीएमओ ने एसडीएम कलेक्टर को लिखा ये पत्र
मामले पर स्थानीय फटाखा व्यापारियों द्वारा प्रशासन से बालोद के सरदार पटेल मैदान में फटाखा दुकान लगाने की अनुमति मांग करने के बाद बालोद नगर पालिका परिषद तथा एसडीओपी बालोद द्वारा उच्चाधिकारियों को पत्र लिख अवगत कराया गया कि आगामी दीपावली पर्व पर बालोद जिला मुख्यालय में शहरी क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्रों के बहुतायत संख्या में लोग पहुंचते है तथा दीवाली सामानों की खरीदी करने बालोद के मेन मार्केट, सदर रोड़ एवं घड़ी चौक के आसपास व सदर क्षेत्र के रोड़ किनारे में अपना वाहन का पार्किंग किया जाता है। इसी तरह व्यवसायियों एवं दुकानदार द्वारा सड़क किनारे फूलमाला, मिठाई, लाईट झालर, मिट्टी के बर्तन, पसरा, ठेला लगाने से सड़क पर जाम की स्थिति निर्मित होती है। जिसके कारण दुर्घटना घटित होने की संभावना बनी रहती है।
वही इन समस्यायों को देखते हुए स्थानीय पालिका प्रशासन ने सरदार पटेल मैदान में पार्किंग व्यवस्था के अलावा सड़क किनारे लगने वाली फूलमाला, मिठाई, लाईट झालर, मिट्टी के बर्तन, पसरा, ठेला लगाने वालों को सरदार पटेल मैदान में जगह दिये जाने की अनुशंसा करते बताए की इससे शहर मार्केट में होने वाली भीड़ को भी व्यवस्थित किया जा सकता है।
वही अपने इस रिपोर्ट में पालिका प्रशासन द्वारा स्पष्ट कहा गया है कि सरदार पटेल मैदान के आसपास भीड़ वाली क्षेत्र होने से उक्त मैदान में फटाका दुकान का स्टाल लगाने से अप्रिय घटना घटित होने की स्थिति में अधिक जान-माल की हानि हो सकती है। और सरदार पटेल मैदान को पार्किंग व्यवस्था, फूलमाला, मिठाई, लाईट झालर, मिट्टी के बर्तन, पसरा, ठेला इत्यादि के लिये आरक्षित करते हुए सरयू प्रसाद अग्रवाल स्टेडियम बालोद में अस्थायी फटाका दुकान आबंटन के लिए उचित बताया गया
बहरहाल एक तरफ पालिका प्रशासन और स्थानीय पुलिस द्वारा जिस जगह को फटाखा दुकान के लिए अनुचित बताया जा रहा उस स्थान पर तेजी से अस्थाई फटाखा दुकान का निर्माण कराया जाना प्रशासन को चुनौती देने जैसी बात नजर आ रही है बहरहाल देखना होगा पूरे मामले को लेकर प्रशासन आगे क्या रुख अख्तियार करती है।