बालोद। शहर में विकास कार्यों में तेजी लाने और जनहित के मुद्दों पर प्राथमिकता के आधार पर कार्य कराने को लेकर भारतीय जनता पार्टी शहर मंडल बालोद के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रावल से मुलाकात की। उन्होंने कलेक्टर से विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल में मंडल अध्यक्ष सुरेश निर्मलकर, नगर पालिका बालोद के वरिष्ठ पार्षद कमलेश सोनी, युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अमित चोपड़ा, पूर्व मंडल महामंत्री नितेश वर्मा, मंडल कोषाध्यक्ष पंकज आहूजा आदि शामिल थे।
एनएच निर्माण कार्य तेज करने की मांग;
कलेक्टर इंद्रजीत सिंह को सौंपे गये ज्ञापन में भाजपाइयों ने निर्माणाधीन एनएच-930 सड़क की बदहाली पर चिंता जताते हुए निर्माण गति तेज करने की मांग की है। गौरतलब हो कि राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण अभी भी झलमला चौक से लेकर बालोद महाविद्यालय तक के रहवासियों के लिए मुसीबत साबित हो रही है। निर्माण को प्रारंभ होने के बाद से अब तक इससे उड़ने वाली धूल और गड्ढों ने लोगों का जीवन दूभर बना रखा है। निर्माण शुरू हुए 2 वर्ष से भी अधिक का समय बीत चुका है परंतु आज भी इस क्षेत्र में सड़क का निर्माण पूरा नहीं कराया जा रहा है।
जिले की हर सड़क हो ‘एनिमल फ्री’;
सड़कों पर घूमते आवारा मवेशी वाहन चालकों व राहगीरों के लिए खतरा साबित हो रहे हैं। यह समस्या जिले भर की सड़कों पर दिखाई देती है। यातायात व्यवस्था बनाने के लिए औपचारिक तौर पर आवारा मवेशियों को पकड़ने की कार्रवाई की जाती है। जिला मुख्यालय में हर चौक-चौराहों पर आवारा मवेशियों का झुंड देखा जा सकता है। जयस्तंभ चौक, दल्ली चौक, मधु चौक, सदर रोड, गंजपारा सहित व एनएच पर जगह-जगह सड़क के बीचों-बीच मवेशी एकत्र रहते हैं। ऐसे में ये कई बार सड़क दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर से मांग की है जिले की सड़कें एनिमल फ्री होनी चाहिए।
नगर के चौराहे पर स्थापित हो स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा;
भाजपाई इस बात को लेकर खफा हैं कि युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद की मूर्ति स्थापना कलेक्टोरेट के पिछले हिस्से में कर दी गई है। जिलाधिकारी को सौपे गए पत्र में नगर के चौराहे पर स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित कराने की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि बालोद शहर के किसी एक चौराहे पर स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा की स्थापना कराई जाए।
जिला मुख्यालय में खुले केंद्रीय विद्यालय;
कलेक्टर इंद्रजीत सिंह से मुलाकात के दौरान भाजपा के प्रतिनिधि मंडल ने जनहित की अनेक मुद्दों पर चर्चा की। जिसमे केंद्रीय विद्यालय का मुद्दा अहम रहा। दरअसल जिले 2019 से केंद्रीय विद्यालय खोलने की तैयारी चल रही है। लेकिन विभागीय लेटलतीफी व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता की वजह से मामला ठंडे बस्ते में है। तकरीबन चार साल बाद भी स्थिति स्पष्ट नही है, कि केंद्रीय विद्यालय कहां खुलेगा। भाजपा नेताओं ने नार्म्स के हिसाब से केंद्रीय विद्यालय की स्थापना जिला मुख्यालय में कराने की मांग कलेक्टर से की है।