बालोद- छत्तीसगढ़ में बीजेपी की बंपर जीत के बाद अब मुख्यमंत्री को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री की रेस में कई नामों के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के चेहरे पर जबरदस्त अटकलें लगाई जा रही हैं। अरुण साव ने लोरमी विधानसभा सीट से जीत हासिल किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए छग प्रदेश साहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र प्रेषित किया है। छग प्रदेश साहू संध ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रेषित किए गए पत्र में बताया गया कि छत्तीसगढ़ में अरुण साव प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के कुशल नेतृत्च में छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बन रही है। उसके लिए प्रदेश साहू सघ छत्तीसगढ़ की ओर से राष्ट्रीय एवं प्रदेश नेतृत्व को बधाई दी है । छत्तीसगढ़ में साहू समाज अन्य पिछड़ा वर्ग में सबसे बड़े समाज होने के नाते से हमारी मांग है कि अरुण साव को छग में मुख्यमंत्री बनाया जाय जिससे सम्पूर्ण ओ बी. सी. समाज गौरान्वित होगा।इस लिए अरूण साव को छग प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने की मांग प्रधानमंत्री से किया है।
कौन हैं अरुण साव
पिछले साल बीजेपी ने अरुण साव को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी थी।इससे पहले अरुण साव 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर बिलासपुर से सांसद चुने गए थे।साव मुंगेली के रहने वाले हैं।2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी आलाकमान ने 2014 में 1.76 लाख वोटों से सांसद बने लखनलाल साहू का टिकट काट दिया था और उन्हें बिलासपुर से उम्मीदवार बनाया था।
एबीवीपी से शुरू किया राजनीतिक सफर
उन्होंने अपना राजनीतिक सफर एबीवीपी से शुरू किया था। छात्र जीवन के दौरान वे इस संगठन में पूरी तरह सक्रिय रहे। वह 1990 से 1995 तक एबीवीपी की मुंगेली इकाई के अध्यक्ष रहे और बाद में राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य भी बने। अरुण साव ने मुंगेली से स्नातक की पढ़ाई की और उनके पास कानून की डिग्री है। उन्होंने बिलासपुर से कानून की पढ़ाई की। 1996 में वे युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष और तत्कालीन विधायक अमर अग्रवाल के साथ महासचिव भी रहे।
संघ की पृष्ठभूमि के कारण बने प्रदेश अध्यक्ष
2019 में जब उनको लोकसभा के चुनाव में सांसद का टिकट दिया गया तो यह बात सामने आई थी कि उनको भारतीय जनता पार्टी से प्रत्याशी इसलिए बनाया गया क्योंकि वो संघ की पृष्ठभूमि से हैं। इनके पिताजी अभयराम साव जनसंघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता और संघ के स्वयंसेवक थे और पुरानी पृष्ठभूमि के चलते संगठन ने इन पर विश्वास जताते हुए पहले सांसद टिकट दिया थ।अब राज्य के अगले मुख्यमंत्री के लिए उनका नाम सबसे आगे है।
साहू समाज से आते हैं अरुण साव
बता दे कि छत्तीसगढ़ की 52 फीसदी आबादी ओबीसी है, इसलिए इस वर्ग का राज्य में खासा राजनीतिक प्रभाव है। आपको बता दें कि साहू समाज की आबादी ओबीसी में सबसे ज्यादा है। राज्य की लगभग 20 से 22% आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाला साहू समुदाय छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक प्रमुख वोट बैंक है और चुनावों में इस समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका के कारण राजनीतिक दलों की साहू समुदाय पर कड़ी नजर रहती है।