बालोद- जिला मुख्यालय सहित पूरे जिले में गणपति पूजा की तैयारियां जोरों पर है। मूर्तिकार भगवान गणेश की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। गणपति बप्पा की मूर्तियों की सजावट का काम अंतिम चरण में है। इस बार मूर्तिकारों को अच्छे कारोबार की उम्मीद जगी है। गणेश उत्सव समिति भी प्रतिमा स्थापित करने पंडाल तैयार कर रही हैं। इस बार छोटी गणेश प्रतिमा के अलावा 10 से 15 फीट की प्रतिमा स्थापना की जाएगी। गणेश चतुर्थी को लेकर लोगों में उत्साह दिखाई दे रहा है। जल्द ही पुलिस विभाग भी गणेश उत्सव समितियों की बैठक भी लेने वाला है।
19 सितंबर को है गणपति पूजा
इस बार 19 सितंबर को गणपति पूजा है। छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में 11 दिनों तक भगवान गणेश की पूजा होगी। यहां जगह जगह पंडाल बनाए जाएंगे जिसमें गणपति बप्पा की मूर्तियों को स्थापित किया जाएगा। मूर्तिकार और कारीगर गणेश प्रतिमा को बनाने के काम में जुट गए हैं। छोटी मूर्तियों की सजावट का काम भी जोर शोर से चल रहा है। इस बार महंगाई का असर भगवान गणेश की मूर्तियों पर भी देखने को मिलेगा। मूर्तिकारों ने बताया कि लगभग 20 से 25 फीसदी तक मूर्तियां महंगी हो जाएगी। मूर्तिकार अलग अलग डिजाइन और पैटर्न में गणेश प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं। खपरी निवासी मूर्तिकार ने बताया कि दो साल पहले कोरोना के कारण काफी परेशानी उठानी पड़ी थी। मूर्तियों के ऑर्डर कम थे। उनके परिवार का जीवन-यापन मूर्ति बेचने से ही चलता है। इस बार अच्छी बात यह है कि सरकार ने भगवान गणेश प्रतिमा की के निर्माण व ऊंचाई को लेकर गाइड लाइन जारी नहीं की है।
प्रतिमाओं को दे रहे अंतिम रूप
मूर्तिकार ने बताया कि लगातार ऑर्डर आ रहे हैं। इस साल सबसे ज्यादा ऑर्डर आए हैं। कुछ दिन और प्रतिमा बनाएंगे, फिर बचे दिनों में सिर्फ भगवान गणेश की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने और रंग-रोगन का कार्य किया जाएगा।
दुर्गाजी की मूर्तियां भी अब बनना शुरू होगी
गणेशोत्सव को 2 दिन ही शेष बचे है । उसके बाद दुर्गोत्सव है। मूर्तिकारों ने मां दुर्गा की मूर्तियों का काम अभी से शुरू करने की तैयारी कर ली है। ज्ञात हो कि कोरोना के कारण दो सालों से मूर्तिकारों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। अभी जिला प्रशासन की मूर्तियों का निर्माण व उनको विराजित करने की गाइडलाइन जारी नहीं हुई है इस कारण मूर्तिकार बड़ी मूर्तियां नहीं बना रहे हैं।