बालोद/ डौंडी (अजय अग्रवाल)। ब्लॉक की बहुचर्चित ग्राम पंचायत चिखली से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर फिर एक बार पंचायती राज अधिनियमों और भंडार क्रय नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए हैंड पंप रिपेयरिंग की कार्य योजना के तहत निर्माण सामग्री खरीदने, मोटर पंप और कचरा परिवहन के देयकों का भुगतान किए जाने और साढ़े छह रुपए की दर से ईंट और तीन सौ सत्तर रुपए की दर से सीमेंट खरीदी का बिना दिनांक और बिना जीएसटी नंबर का बिल लगाकर शासन के पैसे की बंदर बांट किए जाने का मामला समाने आया है।
ग्राम पंचायत चिखली के सचिव द्वारा आरटीआई के तहत दी गई जानकारी के अनुसार सरपंच अहिल्या बाई रावटे के द्वारा तात्कालीन सचिव विशाखा निषाद के साथ मिलकर बिना भाव पत्र आमंत्रण, बिना पंचायत प्रस्तावों के, बिना कार्यादेश जारी किए लाखों रुपए के कार्यों का भुगतान किया गया है। सबसे आश्चर्यजनक बात ये है कि पूर्व में इसी प्रकार की अनियमितताओं के कारण जांच के चलते हुए और जांच अधिकारियों के समझाने के बावजूद फिर से अपनी मनमर्जी करते हुए सप्लायर को भुगतान कर दिया गया। जिसमे प्रमुख रूप से हैंड पंप रिपेयरिंग के नाम पर 49550 रुपए का भुगतान हेतु जो बिल लगाया गया है उसमे ना तो दिनांक है और ना ही जीएसटी नंबर है साथ ही उक्त बिल में साढ़े छह रुपए की दर से ईंट और 370 रुपए की दर से सीमेंट और रेती, गिट्टी तथा मुरूम खरीदी दिखाया गया है। जो कि निर्माण सामग्री है और जिसे हैंड पंप रिपेयरिंग के वर्क कोड के तहत भुगतान किया गया है, इससे प्रतीत होता है कि सप्लायर के साथ मिलीभगत कर फर्जी बिल लगाकर राशि की बंदरबांट की गई है। वहीं दूसरे बिल में भी हैंड पंप रिपेयरिंग के वर्क कोड के तहत भी 27 हजार का भुगतान कचरा परिवहन के नाम पर चिखली के ही एक ट्रांसपोर्टर का बिल लगाया गया है। वहीं फिर से हैंड पंप रिपेयरिंग के नाम पर तीसरे बिल में सप्लायर के साथ मिलकर मोटर और केबल खरीदी का बिना जीएसटी के तेईस हजार एक सौ रुपए का एक बिल लगाया गया है और चौथे बिल में फिर हैंड पंप रिपेयरिंग के नाम पर 70हजार रुपए का एक और बिल लगाया गया है जिसमे भी ना तो दिनांक है और ना ही जीएसटी नंबर का उल्लेख है और संधारण की जगह नए बोर खनन का भुगतान किया जाना बताया गया है।
शासकीय दस्तावेजों से की गई है छेड़छाड़…..
गौरतलब है कि आरटीआई के तहत प्राप्त दस्तावेजों एवं सचिव द्वारा दी गई जानकारी अनुसार उक्त चारों बिलों के भुगतान हेतु दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ कर फर्जी तरीके से पंचायत प्रस्ताव को बाद में किसी और से लिखवाने के साथ साथ भंडार क्रय नियमों सहित पंचायती राज अधिनियमों की धज्जियां उड़ाने का स्पष्ट उल्लेख है।
पूर्व की शिकायतों की जांच में भ्रष्टाचार के सबूत मिलने के बाद भी नही सुधरा रवैया…..
शिकायतकर्ता ने बताया कि इस प्रकार से लगातार भ्रष्टाचार के कारनामों को उजागर होता देखकर सरपंच अहिल्या बाई रावटे द्वारा अपनी जाति का फायदा उठाते हुए जातिगत गाली गलौच करने की झूठी शिकायत एक बार फिर से एसपी कार्यालय में की गई है।
उल्लेखनीय है कि जिला पंचायत बालोद द्वारा ग्राम पंचायत चिखली की सरपंच अहिल्या बाई रावटे के विरुद्ध प्राप्त पूर्व की 15 शिकायतों की जांच पश्चात जांच प्रतिवेदनों के साथ स्पष्ट रूप से जांच में आए सभी बिंदुओं के आधार पर दो सप्ताह के भीतर वसूली सहित कड़ी कार्यवाही करने हेतु जनपद पंचायत डौंडी के कार्यालय को प्रेषित किया जा चुका है किन्तु तीन हफ्ते का समय बीत जाने के बावजूद जनपद कार्यालय द्वारा कोई कार्यवाही नही किए जाने से ही इस प्रकार के भ्रष्ट सरपंचों और सचिवों के हौंसले बुलंद है और धड़ल्ले से विकास कार्यों हेतु प्राप्त राशि से गांव के विकास की जगह अपने विकास में लगे हुए है।
वहीं इस संबंध में जानकारी लेने हेतु सरपंच अहिल्या बाई रावटे और तात्कालिक सचिव विशाखा निषाद को फोन लगाया गया तो उन्होंने फोन नही उठाया।
पंचायत में उपलब्ध दस्तावेज आरटीआई के तहत दिए गए है, जिसमे कई प्रकार की अनियमितताएं देखने को मिली है:-खुम्मन लाल धुर्वे, प्रभारी सचिव ग्राम पंचायत चिखली
इस संबंध में मुझे कुछ भी जानकारी नहीं है, जानकारी लेकर जल्द से जल्द नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी एवं उच्च कार्यालय को अवगत करवा दिया जाएगा। डीडी मंडले, सीईओ जनपद पंचायत डौंडी