बालोद. जिला पंचायत बालोद की सामान्य सभा की बैठक लगभग दो महीने बाद जिला पंचायत सभागार में शुक्रवार को आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत ही हंगामेदार रही गुंडरदेही क्षेत्र से निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर ने अपने चिरपरिचित अंदाज में सवालो की झड़ी लगा दी वही पिछले बैठक के पालन प्रतिवेदन में वर्तमान बैठक तक कार्यवाही नही होने की बात को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की।
इस बैठक में मुख्य रूप से स्कुल मरम्मत कार्य,सड़क मरम्मत कार्य,स्कूलों में बीते साल बांटे गए खेलगढ़िया व स्वछता सामग्री वितरण,सिकोसा मे हुए सामूहिक विवाह व जिले के पेंशनधारियों को बीते चार माह से पेंशन नहीं मिलने का मामला उठा।तो वहीं बैठक में उपस्थित नहीं होने वालेअधिकारीयों के खिलाफ जमकर नाराजगी भी सदस्यों व सदन ने जाहिर की। वहीं सदन में उठे मामलो पर कार्रवाई करने के निर्देश सदन ने दिया है।
हर्राठेमा रेत खदान मामले में विभाग रही मौन
इस बैठक में ग्राम हर्राठेमा में अवैध रेत खनन को लेकर खनिज विभाग से पूछा कि बिना अनुमति से चैन माउंटेन मशीन के द्वारा धड़ल्ले से नदी का सीना चीरकर अवैध खनन व परिवहन किया जा रहा है जिस पर विभाग मूकदर्शक बना हुआ है।
वही इसी दौरान सदन में उपस्थित गुंडरदेही विधायक के प्रतिनिधि राजेश बाफना के साथ किसी मामले की जांच की मांग की गई थी जिसपर जिला पंचायत पुष्पेंद्र चंद्राकर ने कहा कि विधायक प्रतिनिधि को सदन की कार्यवाही पर बहस तथा जांच की मांग करने का अधिकार नहीं है कहते हुए आपत्ति दर्ज की वही इस बात को लेकर विधायक प्रतिनिधि राजेश बाफना के बीच सदन के बीच में ही बहस छिड़ गई जिसके बाद विधायक प्रतिनिधि सदन छोड़कर चले गए।
स्कुल मरम्मत कार्य लोक निर्माण व आरईएस को क्यों दिया, सरपंच हो रहें है उपेक्षा के शिकार
जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर ने स्कुल मरम्मत मामले को सदन में हाल ही में राज्य शासन ने स्कुल मरम्मत के लिए करोड़ों की राशि जारी की है। लेकिन इसका पूरा कार्य सिर्फ लोक निर्माण विभाग व आरईएस विभाग को ही दे रहें है। जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साफ कहा है की सरपंचो को 50 लाख तक का कार्य दिया जाएगा। जब मुख्यमंत्री ने सरपंचो को काम देने की घोषणा किए है तो आखिर इन छोटे छोटे कार्यों को क्यों लोक निर्माण व आरईएस विभाग को दिया जा रहा है। इन कार्यों को तो सरपंच भी करा सकते है। उन्होंने कहा की इस मामले को लेकर फरवरी माह मे हुए सामान्य सभा की बैठक मे भी कहा गया था की सरपंचो को भी कार्य एजेसी बनाया जाए। उसके बाद भी अभी तक कोई पहल नहीं हुई है। इस मामले मे काफी देर तक बहस होता रहा। आपको बतादे इन मामलो को लेकर बीते जनदर्शन मे ही गुंडरदेही ब्लाक सरपंच संघ के सदस्य भी कलेक्टर से मिलकर अपनी बात रखे थे।
कहा गया खेलगढ़िया व स्वच्छता सामग्री, शिक्षा विभाग के पास जवाब नहीं
पुष्पेंन्द्र चन्द्रकार ने बीते साल जिले के प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों में लाखों की लागत से बांटे गए खेल गढ़िया व स्वछता सामग्री वितरण मे गड़बड़ी की आशंका जताई है व मामले की जांच करवाने सदन मे मांग की है। जिप सदस्य ने बताया कि बीते साल वितरण किए गए सामग्रीयों की जांच की मांग पहले भी किए थे। व कितने की लगात से सामान आया था व वितरण किया गया इसकी जानकारी भी सही तरीके से शिक्षा विभाग नहीं दे पा रहा है। वहीं इस मामले की जांच कराने की मांग की है।
सवालों के घेरे में लोक निर्माण विभाग, पूछे कहां जाता है हर साल मरम्मत के 3 करोड़, कई सड़कों का आज तक मरम्मत नहीं हुआ
जिला पंचायत सामान्य की बैठक मे लोक निर्माण विभाग के मामले भी उठाये। जिस पर जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर ने कहा की लोक निर्माण विभाग के पास हर साल सड़क मरम्मत कार्य के लिए 3 करोड़ रुपए आता है। पर इन राशि का उपयोग कहा करते है समझ से परे है। आज भी चारभाठा, ईरागुड़ा, भोथीपार, खपरी मार्ग व बटरेल से कुथरेल तथा भाटागांव बी मार्ग का आज तक मरम्मर कार्य नहीं किया गया है। तत्काल इस मार्ग की मरम्मत कार्य शुरू कराने की मांग किए।
वहीं जिले के ग्राम सिकोसा मे बीते दिनों आयोजित सामूहिक विवाह व जिले के पेंशनधारियों को बीते चार माह से पेंशन नहीं मिलने के मामले की जांच व तत्काल पेंशन दिलाने की मांग किए है।
उक्त बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष सोनादेवी देशलहरा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष मिथलेश नुरेटी, जिला पंचायत सीईओ,जिला पंचायत सभापति, जिला पंचायत सदस्यगण तथा विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।