बालोद- जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 13 सितंबर से 14 अक्टूबर तक शिशु संरक्षण माह का आयोजन किया जा रहा है । इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को आयोजित टीकाकरण सत्रों में लक्षित बच्चों को विटामिन-ए व आयरन, फोलिक एसिड की खुराक दी जा रही है । लेकिन इस खुराक को जिन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा दी जा रही है उनके द्वारा कही कही लापरवाही भी देखी जा रही है दरअसर दवाओं का खुराक छोटे बच्चो को एक निश्चित मात्रा में दी जानी चाहिए लेकिन कई जगहों में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा इन दवाओं के बोतल को सीधे छोटे बच्चो के मुंह मे उड़ेलकर दवाई पिलाते दिखाई दिए जिससे बच्चो को जितनी मात्रा में दवाई दी जानी चाहिए उससे कही ज्यादा मात्रा में दवाई जाने की आशंका से इनकार नही किया जा सकता ऐसे में निश्चित खुराक से ज्यादा दवाई यदि छोटे बच्चो के मुँह में चली जाती है तो इसका गंभीर परिणाम भी सामने आ सकता है ।
वही इस पूरे मामले पर जिले के नोडल अधिकारी जितेंद्र सिंह ने प्रदेशरूचि से चर्चा के दौरान बताया कि शिशु सरंक्षण माह के अंतर्गत बच्चो को दी जाने वाली मल्टी विटामिन सिरप बच्चो के उम्र के हिसाब से निश्चित मात्रा में दी जाती है जिसके लिये स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ को चम्मच या मात्रा अंकित वाली प्लास्टिक ढक्कन का उपयोग करना आवश्यक है वही जिले के कई जगहों पर आ रही इस लापरवाही पर नोटिफिकेशन जारी करने की बात कहते नजर आए
आपको बतादे जिले में इस शिशु सरंक्षण माह के अंतर्गत 1 साल तक के 12445 और 1 से 5 साल तक के 64520 बच्चो को मल्टीविटामिन, फोलिक एसिड, आयरन जैसे दवाईयों का सेवन कराया जा रहा है लेकिन सामने आई तस्वीर ने कही न कही पालकों की भी चिंता बढ़ा दिया है बहरहाल देखना होगा मामले पर स्वास्थ्य विभाग आगे किस तरह का कदम उठाता है ।