बालोद-शारदीय नवरात्रि सोमवार से शुरू हो गया हैं। आज से नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाएगी। नगर सहित ग्रामीण अंचलों में माँ दुर्गा की प्रतिमा को भक्त सुबह से ही अपने-अपने सुविधाओं से वाहनों में ले जाते नज़र आए। भक्तों में माता के प्रति आस्था उत्साह इतना हैं कि माँ दुर्गा की प्रतिमा को ले जाते वक्त वाहनों में माता के जयकारे व ढ़ोल नगाड़ों की थाप सुनने मिल रही हैं। जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचलों में आज बड़े ही धूमधाम से माँ दुर्गा की प्रतिमा को शुभ मुहूर्त में विधी विधान के साथ स्थापित की गई हैं। ग्रामीण अंचलों में स्थापित माँ शीतला के मंदिरों में ज्योतिकलश की प्रज्ज्वलित की गई हैं।जिले सहित ग्रामीण अंचलो में शारदीय नवरात्री पर्व पर सोमवार को देवी मंदिरो में मनोकामना ज्योति कलश व् दुर्गा पंडालो में माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई हैं।देवी मंदिरों को रंगरोगन कर रोशनी से सजाया गया है। गांवों में दुर्गा समिति द्वारा देवी मूर्ति स्थापित करने के लिए पंडाल बनाया गया है।देवी मंदिरों सहित दुर्गा पंडालों में नवरात्र पर प्रतिदिन माता सेवा, जसगीत स्पर्धा, नाट्य आदि प्रतियोगिता होगी। सोमवार को ‘कलश स्थापना 30 सितंबर को पंचमी पर विशेष पूजा-अर्चना एवं 18 अक्टूबर को हवन-पूजन का कार्यक्रम होगा। शहर के मां शीतला मंदिर, मां चंडी मंदिर, कपिलेश्वर, दुर्गा मंदिर, महामाया, ठाढ़ महामाया सहित अन्य मंदिरों व ग्रामीण अंचलों के देवी देवालयों, मंदिरों में ज्योति कलश की स्थापना की गई हैं।। नगर के विभिन्न चौक चौराहों में 20 से अधिक माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई हैं। इसके आलावा ग्राम मेड़की, बघमरा, ओरमा पाररास, जुंगेरा, खैरतराई, तरौद, पसौद, खैरतराई, हीरापुर, नेवारीकला, लाटाबोड़ सहित अन्य गांवों में देवी प्रतिमा स्थापित की गई हैं।
गंगा मैया मंदिर में 900 ज्योति कलश प्रज्ज्वलित
जिला मुख्यालय से तीन किमी दूर झलमला के गंगा मैया मंदिर में शारदीय नवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ आज से 900 ज्योति कलश की स्थापना के साथ 3 अक्टूबर को दोपहर एक बजे हवन अनुष्ठान कार्यक्रम शुरू होगा। 4 अक्टूबर को शाम 4.30 बजे कलश विसर्जन शोभायात्रा निकाली जाएगी। नवरात्र में प्रतिदिन सुबह 7 बजे से वृन्दावन के आचार्य एवं सहयोगी पंडित शतचण्डी यज्ञ तथा दुर्गा शप्तशति सस्वर पाठ करेंगे। 3 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से महाअष्टमी पर कन्याभोज का होगा।
गंगा मैंय्या परिसर में 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक होंगे भागवत कथा
आध्यात्मिक कार्यक्रम के तहत गंगा मैया मंदिर परिसर में 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक रोज दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा होगी। कथाव्यास वृन्दावनधाम उत्तरप्रदेश के आचार्य ओमप्रकाश शास्त्री होंगे। 30 सितंबर को रात 9 से 11 बजे तक नान्हे संगवारी जस एवं फाग परिवार भेन्ड्रा की संगीतमय झांकीयुक्त जसगीत की प्रस्तुति होगी। जिसमें महारावण वध का प्रसंग होगा। एक अक्टूबर को जय गुरुदेव मानस मंडली खुंदनी गुरूर के कीर्तनकार लीलाशरण साहू के श्रीमुख से संगीतमय श्री हरिकीर्तन आयोजित है।
रामधुनी मे दिखाई जाएगी आकर्षक झांकी
3 अक्टूबर को पूजा के फूल छत्तीसगढ़ी नाचा पार्टी खलारी के कलाकारों के माध्यम से पूजा के फूल प्रसंग पर नाचा एवं गम्मत की प्रस्तुति दी जाएगी। श्री दुर्गा नवमी के अवसर पर 4 अक्टूबर को दोपहर 2 से 4 बजे तक विशेष प्रस्तुति के रूप में संगी जहुरिया रामधुनी पार्टी बोहरा के कलाकार संगीतमय झांकीयुक्त रामधुनी की आकर्षक प्रस्तुति देंगे। जिसमें सीता हरण प्रसंग शामिल है। 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक शाम 7.30 बजे से रात 9 बजे तक माता सेवा गायन की प्रस्तुति होगी।