बालोद-बालोद जिले के गांवो में इन दिनों ड्रोन कैमरा के माध्यम से गांव की आबादी का सर्वे का कार्य चल रहा है। केंद्र सरकार ने बालोद जिला के स्वामित्व योजना में शामिल कर लिया हैं। केंद्र सरकार की स्वामित्व योजना वेबसाइट आकड़ो के मुताबिक जिले के 435 ग्राम पंचायतों के 668 गांवों में सर्वे किया जा रहा हैं।जिले में अब तक 300 से अधिक गांवों का सर्वे हो चुका है एक महीने तक यह अभियान चलेगा। आरआई, पटवारी, सरपंच, सचिव की टीम एक माह से ड्रोन से गांवों का सर्वे कर रही है। सभी गांवों का सर्वे होगा। इन दिनों टीम बालोद विकासखंड सहित जिले के अलग अलग विकासखंड के विभिन्न ग्राम पंचायत में ड्रोन सर्वे कर रही है। जिले में इस तरह का सर्वे पहली बार किया जा रहा है।
एक साथ हो रहा है पूरे गांव का सर्वे
भारत सरकार स्वामित्व योजना के तहत गावो में ड्रोन कैमरे से सर्वे का काम चल रहा है। यह अत्याधुनिक ड्रोन दो किलोमीटर के रेडियस में आने वाले गांव का एक साथ सर्वे कर रहा है। इस ड्रोन के जरिए चूना मार्किंग की बाउंड्री से मकानों के डिजिटल नक्शे तैयार करने के साथ घर की सीमा तय की जा रही है। जिससे गांव में रहने वाले ग्रामीणों को अब मकान के नक्शे की झंझट ही खत्म हो जाएगी।
जिला पंचायत, राजस्व विभाग संयुक्त रूप से कर रहे सर्वे
राजस्व विभाग के अनुसार एकत्रित नक्शों और ग्रास रूट डेटा का लाभ डिजिटल के साथ विभिन्न विकास योजनाओं में कई रूप में लाभ मिलेगा। योजना में जिला पंचायत, पंचायती राज विभाग, राजस्व व भारतीय सर्वेक्षण विभाग संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं। सर्वे से गांव में आबादी, चारागाह व सिवायचक भूमि चिन्हित हो जाएगी। सर्वे के बाद मिलने वाले डिजिटल पट्टों से लोगों को लाभ मिलेगा।
ड्रोन देखने घरों के बाहर निकल रहे हैं लोग
गांव में जब मकान के ऊपर से उड़ रहे ड्रोन कैमरे को देखने के लिए गांवों के लोग घर के बाहर निकलकर आ रहे है और हर कोई यही जानने परेशान था कि आखिर उनके गांव में हो क्या रहा है। टीम ने भी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जो कई वर्षों से रह रहे है और उनके पास जमीन से जुड़े दस्तावेज नहीं हैं उन्हें अधिकार दिया जाएगा और वे जमीन के मालिक बनेंगे।