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शहर का स्वाद गांव में.. गढ़कलेवा की तर्ज पर पंचायत कैफे..आजीविका से जोड़ने ठेले लगाए जाएंगे

राजनांदगांव, जिले का पहला पंचायत कैफे डोंगरगांव ब्लाक की बड़ी पंचायत में शुमार अर्जुनी में बनकर तैयार हो गया है। इस कैफे में आने वालों को छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद चखने मिलेगा साथ ही ग्रामीण परिवेश की झलक देखने मिलेगी।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस सरकार द्वारा महिलाओं की आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा हैं जिसके तहत गौठनों को मल्टीयूटीलिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने के अलावा पशु पालन, दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन, सब्जी उपत्पादन आदि कार्य कर रही है। विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से महिलाएं आर्थिक रूप से सबल हो रही हैं। इसी कड़ी में एक नई सोच को मूर्तरूप देते हुए अर्जुनी में पंचायत कैफे का निर्माण किया गया है।

लिंक से हटकर पहल

पंचायतो में अब तक काक्रीटीकरण, गली मरम्मत सामुदायिक भवन मंच निर्माण जैसे कार्य होते रहे हैं। किन्तु ग्राम पंचायत अर्जुनी में लिंक से हटकर पहल की गई है। सरपंच द्रोपती साहू ने बताया की जिला पंचायत सीओ अमित कुमार की सोच के अनुरूप पंचायत कैके का निर्माण किया गया है। इस कार्य क लिए अब तक 2.80 लाख की मंजूरी मिली है श्रीमती साहू ने बताया कि इस कैफे का संचालन महिला समूह कि महिलाओं द्वारा किया जाएगा।
शहर का स्वाद गांव में

उत्पाद का विक्रय भी

पंचायत सचिव बील कुमार ने बताया कि महिलाओं को आजीविका से जोड़ने के लिए बिहान चौपाटी में सात ठेले लगाए जाएंगे। इन ठेलों का संचालन उमा स्व सहायता समूह, जय पाताल भैरवी समूह शीतला समूह अंबे समूह एकता समूह सीता समूह पदम शीतला समूह द्वारा किया जाएगा। समूह की महिलाएं ग्राहकों को गुपचुप, चाट, डोसा, चाय, काफी, कोलड्रिक उपलब्ध कराएंगी। यहां छत्तीसगढ़ी के पारंपरिक व्यंजन ठेठरी खुरमी असा फरा आदि भी चखने मिलेगा।

ऐसी संभावना है कि आने वाले समय में बिहान चौपाटी में महिला समूहों द्वारा उत्पादित सामानों का भी विक्रय किया जाएगा। यह भी कहा जा रहा है कि बच्चों के मनोरंजन के लिए झूला आदि भी यहां लगाया जा सकता है। चौपाटी के साथ ही अटल समरसता मन बना है जहां सामाजिक और पारिवारिक कार्यक्रम आसानी से हो सकते है। इस तरह के कार्यक्रम होने से लोगों को लाभ होगा साथ ही महिलाओं का व्यवसाय बढ़ेगा और उन्हे सोधे तौर पर आर्थिक लाभ होगा।

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